नई दिल्ली,16जुलाई। खगोल विज्ञान प्रेमी व विशेषज्ञ मंगलवार देर रात आंशिक चंद्रग्रहण का नजारा देख सकेंगे। करीब तीन घंटे चलने वाली इस खगोलीय घटना के दौरान पृथ्वी, चंद्र और सूर्य के मध्य में होगी। यह चंद्रग्रहण बुधवार को 01:31 बजे शुरू होगा और 04:29 बजे तक चलेगा।
एमपी बिड़ला नक्षत्रशाला के अकादमिक निदेशक देबी प्रसाद दुआरी ने बताया कि खगोल विज्ञान में रुचि रखने वालों के लिए यह महत्वपूर्ण अवसर है क्योंकि भारत में नजर आने योग्य अगला चंद्रग्रहण 26 मई 2021 में होगा।
इस बार चंद्रग्रहण पूरे देश में कहीं से भी देखा जा सकेगा। रात में होने की वजह से इसे देखना आसान होगा, हालांकि बादलों के बने रहने पर अवसर हाथ से निकल सकता है। केवल पूर्णिमा को ही चंद्रग्रहण होता है। सूर्य की किरणें पृथ्वी पर पड़ती हैं और इस दौरान पृथ्वी के साये से चंद्र गुजरता है।
सुबह 03:01 बजे सबसे बढ़िया मौका
पृथ्वी की छाया चंद्रमा के 65 प्रतिशत हिस्से पर सुबह 03.01 बजे पड़ रही होगी। इस समय सूर्य, पृथ्वी और चंद्र एक सीधी रेखा में होंगे। यह चंद्रग्रहण को देखने का सबसे बढ़िया मौका होगा।
पूरी तरह सुरक्षित
देबी प्रसाद के अनुसार चंद्रग्रहण को नग्न आंखों से देखना पूरी तरह सुरक्षित है। इसे देखने के लिए दूरबीन की जरूरत नहीं होगी। हालांकि दूरबीन से इसे और शानदार तरीके से देखा जा सकता है।
आज चंद्रग्रहण के दौरान बंद रहेंगे चारों धामों के कपाट
चंद्रग्रहण के चलते बदरीनाथ, केदारनाथ और गंगोत्री-यमुनोत्री धाम के कपाट 16 जुलाई शाम चार बजे के बाद श्रद्धालुओं के लिए बंद कर दिए जाएंगे। अगले दिन बुधवार को चंद्रग्रहण का सूतक खत्म होने के बाद सभी धामों के कपाट भक्तों के दर्शनार्थ खोल दिए जाएंगे। आज 16 जुलाई को देर रात 1.31 बजे से 17 जुलाई सुबह 4.31 बजे तक चंद्रग्रहण है।
ग्रहण के समय बंद होगा शिर्डी का साईं मंदिर
मंगलवार को गुरुपूर्णिमा के दिन पड़ रहे चंद्र ग्रहण की वजह से साईं बाबा के भक्त शिर्डी में ग्रहण के समय उनके दर्शन नहीं कर पाएंगे। श्री साईं बाबा संस्थान ट्रस्ट ने ग्रहण के समय मंदिर के द्वार बंद रखने का फैसला किया है। गुरु पूर्णिमा पर शिर्डी में भक्तों का तांता रहता है और यहां तीन दिनों का भव्य कार्यक्रम होता है। लोग दूर-दूर से साईं बाबा के दर्शन के लिए आते हैं। मगर इस बार ग्रहण के समय में भक्तों को बाबा के दर्शन नहीं हो सकेंगे और उन्हें कतार में ही लगे रहना होगा।
(साभार-अमर उजाला)