रतलाम में अंतरराष्ट्रीय दिव्यांग दिवस मनाया गया, उत्साह के साथ दिव्यांगजनों ने भागीदारी की पोलो ग्राउंड पर था उत्सवी माहौल
रतलाम 03 दिसम्बर (खबरबाबा. काम) / अंतरराष्ट्रीय दिव्यांग दिवस रतलाम में भी मनाया गया। इस दौरान जिला मुख्यालय पर आयोजित कार्यक्रम में जिले भर से आए दिव्यांगजनों ने उत्साह के साथ भागीदारी की। अपनी निश्चल मुस्कान के साथ खेलकूद तथा सांस्कृतिक कार्यक्रमों में हिस्सेदारी की। स्थानीय नेहरू स्टेडियम पोलोग्राउंड पर आयोजन के दौरान उत्सवी माहौल था। खेलकूद के साथ-साथ सांस्कृतिक आयोजनों में भी दिव्यांगजनों ने समा बांधा।
दिव्यांगजनों का हौसला बढ़ाने के लिए कलेक्टर श्रीमती रुचिका चौहान, पुलिस अधीक्षक श्री गौरव तिवारी सहित अधिकारियों ने भी खेलों में हिस्सेदारी की। इस अवसर पर विधायक आलोट श्री मनोज चावला, जिला पंचायत उपाध्यक्ष श्री डी.पी. धाकड़, श्री राजेश भरावा भी उपस्थित हुए। अपर कलेक्टर श्रीमती जमुना भिड़े, दिव्यांग आयोजन कार्यक्रम प्रभारी सहायक कलेक्टर सुश्री तपस्या परिहार, डिप्टी कलेक्टर सुश्री शिराली जैन, अतिरिक्त मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्रीमती निशी बालासिंह तथा जिला अधिकारी उपस्थित थे।
पोलोग्राउंड पर खेलकूद प्रतियोगिताओं में जिले भर के लगभग ढाई सौ दिव्यांग बच्चे शामिल हुए। उनके मध्य म्यूजिकल चेयर रेस, 50 मीटर दौड़, नींबू चम्मच रेस, वैशाखी रेस, गोला फेंक, मटकी फोड़ प्रतियोगिताएं आयोजित की गई। दिव्यांगों की हौसला अफजाई के लिए अधिकारियों ने भी मटकी फोड़, लंगडी रेस, ट्राईसाईकिल रेस में हिस्सा लिया। पोलोग्राउंड पर दिव्यांगजनों के लिए फन फेयर भी आयोजित किया गया। मिकी माउस पर दिव्यांग बच्चों ने खूब धमाचौकड़ी की, सांप-सीढ़ी का भी मजा लिया। जन चेतना परिषद स्कूल के बच्चों ने खिलौनों और कलाकृतियों का स्टाल लगाया। सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया द्वारा अपने स्टॉल पर कपड़े की थैलियां निःशुल्क वितरित की गई। आजीविका मिशन के स्वयं सहायता समूह द्वारा भी अपना स्टाल लगाया गया। फन फेयर में फूड जोन भी था जिसमें पानी पुरी, चाऊमीन और अन्य व्यंजन थे जिनका लुत्फ बच्चों ने उठाया।
खेलकूद प्रतियोगिताओं के तहत 9 से 12 वर्ष के बच्चों की म्यूजिकल चेयर रेस में जन चेतना परिषद के मुकेश गमन प्रथम, बाजना के कान्हा हरिंगा द्वितीय तथा जन चेतना के संदीप परमार तृतीय स्थान पर रहे। म्यूजिकल चेयर रेस बालिकाओं की 6 से 9 वर्ष आयु प्रतियोगिता में जनचेतना की पुष्पा सोंगर प्रथम, चंचल काकन्या द्वितीय तथा रूपकुंवर तृतीय रही। 50 मीटर दौड़ में 4 से 6 वर्ष तक के बालक आयु समूह में प्रथम स्थान पर, जावरा के साहिल इस्माइल द्वितीय स्थान पर, जावरा के आदिल यूनुस तथा तृतीय स्थान पर, बाजना के पिंटू कैलाश रहे नींबू चम्मच रेस बड़ी लड़कियों के मध्य प्रतियोगिता में प्रथम स्थान पर आसमा द्वितीय स्थान पर, कुलसुम ममता कचरूलाल तथा तृतीय स्थान पर चेतना मुन्नालाल रही।
दृष्टिबाधित बालिकाओं की 50 मीटर दौड़ में प्रथम स्थान पर, रतलाम की नरगिस पिता शोकत द्वितीय स्थान पर, रतलाम की रोहिणी पिता अशोक रही। 50 मीटर छोटे कद में महेंद्र जुझारसिंह प्रथम, राजेश राजाराम द्वितीय तथा अनस खान जन चेतना के तृतीय स्थान पर रहे। 50 मीटर दौड़ दृष्टि बाधित बालकों में रतलाम के रविराज प्रथम, यश कंसारा द्वितीय तथा भव्यराजसिंह तृतीय रहे। सांत्वना पुरस्कार कुश श्रीवास्तव को दिया गया। अस्थिबाधित 50 मीटर दौड़ में प्रथम स्थान पर आलोट के दशरथ तूफान सिंह, द्वितीय स्थान पर सचिन अशोक तथा तृतीय स्थान पर मुस्तफा अफजल रहे। वैशाखी रेस में 20 से 30 वर्ष आयु समूह में आलोट के किशोरसिंह डोडिया प्रथम, पिपलोदा मावता के गोविंदराम द्वित्तीय तथा पिपलोदा के ही कन्हैयालाल तृतीय रहे। ट्राईसाईकिल रेस में 30 से 40 वर्ष आयु समूह में आलोट के इंद्रसिंह गणपतलाल प्रथम, शंकरसिंह भंवरसिंह द्वितीय तथा विश्वनाथ सत्यनारायण शर्मा तृतीय रहे । बैटरी गाड़ी ट्राईसाई कल रेस में रतलाम के लालसिंह गोपाल प्रथम, पप्पूसिंह कालूसिंह द्वितीय तथा ईश्वरलाल अंबाराम तृतीय रहे।मा नसिक दिव्यांग 100 मीटर दौड़ में राजीव नगर रतलाम के देवल मांजरेकर प्रथम, जनचेतना दिव्यांग विद्यालय के संस्कार बाहेती द्वितीय, तथा परेश बारवाल तृतीय रहे। बेसाखी रेस 10 से 15 वर्ष आयु समूह में जावरा के कृष्णा पिता बद्रीलाल प्रथम, सैलाना की रीना पिता रायचंद द्वितीय तथा सैलाना के पुष्पेंद्र पिता हरीश तृतीय रहे। पिपलोदा की पार्वती पिता गोपाल को सांत्वना पुरस्कार दिया गया। बाइसिकल रेस में ही रतलाम के लोकेश बाघमार प्रथम, पिपलोदा के लक्ष्मण निनामा द्वितीय तथा से ला ना के मुकेश पाटीदार तृतीय रहे। सैलाना के ही गौतमचंद को सांत्वना पुरस्कार दिया गया। गोला फेंक में लंगर खेड़ी आलोट के राहुल पिता कालू सिंह प्रथम, दूधिया आलोट के आबिद पिता अनवर द्वितीय तथा ताजली आलोट के कालू पिता माला नाथ तृतीय रहे।
मटकी फोड़ प्रतियोगिता में शासकीय कन्या आश्रम प्राथमिक विद्यालय शिवगढ़ की छाया मचार प्रथम, लायंस ज्ञानदीप दृष्टिहीन विद्यालय रतलाम के रविराज द्वितीय तथा जन चेतना दिव्यांग छात्रावास रतलाम के राहुल गामड़ तृतीय स्थान पर रहे। 100 मीटर दौड़ 12 से 18 वर्ष आयु समूह में जन चेतना दिव्यांग छात्रावास के ईश्वर प्रथम, संदीप सेन द्वितीय तथा जयदेव पाटीदार एवं शंकर डामर तृतीय रहे। 50 मीटर दौड़ 6 से 10 वर्ष आयु समूह में जनचेतना दिव्यांग छात्रावास के खातू प्रथम, कालाखेत सैलाना के सूरजपाल द्वितीय तथा जन चेतना दिव्यांग छात्रावास के मुकेश तृतीय रहे। 50 मीटर दौड़ 6 से 8 वर्ष आयु समूह में जनचेतना दिव्यांग छात्रावास के रोहित प्रथम, सुफियान द्वितीय, केशव तृतीय रहे। 50 मीटर अस्थि बाधित बालिका वर्ग में आलोट की ममता गोपाल प्रथम, रेखा विनोद द्वितीय तथा रतलाम की लक्ष्मी गोवर्धन प्रति रही। आलोट की शानू पिता अकबर को सांत्वना पुरस्कार दिया गया। 50 मीटर दौड़ मानसिक दिव्यांग 6 से 10 वर्ष आयु समूह में दशरथ प्रथम, मोहित लालवानी द्वितीय, वनीश तृतीय रहे। 50 मीटर दौड़ श्रवण बाधित वर्ग में 6 से 10 वर्ष आयु समूह में जन चेतना के रितेश पाटीदार प्रथम, अल्फाज खान द्वितीय तथा राजेश तृतीय रहे। 100 मीटर दौड़ श्रवण बाधित वर्ग 10 से 15 वर्ष आयु समूह में जन चेतना के रहीम कादरी प्रथम, देवेंद्र द्वितीय तथा पारस सेठी तृतीय रहे। 50 मीटर दौड़ मानसिक 4 से 8 वर्ष आयु समूह बालिका वर्ग में जन चेतना की जया मालवीय प्रथम, सुमायरा द्वितीय तथा दीक्षिका गोस्वामी तृतीय रही।
अधिकारियों ने भी विभिन्न प्रतियोगिताओं में हिस्सा लिया। मटकी फोड़ में कलेक्टर श्रीमती रुचिका चौहान प्रथम, अपर कलेक्टर श्रीमती जमुना भीडे द्वितीय तथा सहायक कलेक्टर सुश्री तपस्या परिहार तृतीय स्थान पर रही। चौथा स्थान डिप्टी कलेक्टर शिराली जैन को मिला। लंगडी रेस में पुलिस अधीक्षक श्री गौरव तिवारी प्रथम, उपसंचालक कृषि श्री ज्ञानसिंह मोहनिया द्वितीय तथा लोक सेवा प्रबंधन के श्री अंकित बघेल तृतीय रहे। ट्राईसाईकिल रेस में लोक सेवा प्रबंधन के अंकित बघेल प्रथम, डीपीसी श्री अमर वरदानी द्वितीय तथा जिला पंचायत परियोजना अधिकारी श्री महेंद्रसिंह तृतीय स्थान पर रहे।
सांस्कृतिक कार्यक्रम के दौरान सिमरन, रूपकुंवर, अलफिजा, चंचल, निखत ने स्वागत गीत सुस्वागतम प्रस्तुत किया। सांकेतिक शब्दों का समाज में औपचारिक उपयोग पर प्रदर्शन रहीम कादरी तथा पारस सेठी ने प्रस्तुत किया। मंदबुद्धि बच्चों खातू कशाल तथा दशरथ ने हम होंगे कामयाब एक दिन गीत प्रस्तुत किया। वही सानिया, शैली, आयशा तथा दीक्षिका ने दिल है छोटा सा छोटी सी आशा गीत पर सामूहिक नृत्य प्रस्तुत किया। राष्ट्रीय एकता पर पारस, देवेंद्र, शेर अली, नीतिराज, चेतन, परेश, आदित्य ने मोनो एक्टिंग की। परेश बारवाल ने कॉमेडी प्रस्तुत की। सामूहिक नृत्य पैरोडी मुकेश, जतिन, अंकेश, कृष्णा खातू ने प्रस्तुत की। गणतंत्र दिवस तैयारी पर मोनो एक्टिंग खातू, संदीप, गोलू, गोविंद, शशि कुमार सिंह तथा ऊषा तिवारी ने प्रस्तुत की। समायरा ने एकल नृत्य ऑल इज वेल प्रस्तुत किया। बालक देवल मांजरेकर ने फ़िल्मी गाने पर अभिनेता राजेश खन्ना की एक्टिंग की। जिला पंचायत अध्यक्ष श्री प्रमेश मईडा, सहायक कलेक्टर सुश्री तपस्या परिहार, अपर कलेक्टर श्रीमती जमुना भिड़े, श्री एम.एल. दुबे आदि अतिथियों द्वारा विजेताओं को पुरस्कृत किया गया। संचालन जन चेतना परिषद् के श्री सतीशचन्द्र तिवारी ने किया। श्री आनंद कातरकर, सामाजिक न्याय विभाग के श्री कैलाश महाजन, श्री दिलीप सिसोदिया तथा कला पथक दल ने भी योगदान दिया।
शासकीय अशासकीय संस्थाओं ने भी योगदान दिया
अंतरराष्ट्रीय दिव्यांग दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में जैन सेवा समिति द्वारा सभी बच्चों को स्वेटर वितरण किया गया। जैन सेवा समिति के कांतिलाल कटारिया, चंदनमल घोटा, मंगल कुमार पिरोदिया, धीरजमल, राधावल्लभ खंडेलवाल मौजूद रहे। रतलाम अकाउंटेंट एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रमेंद्र नाहटा, उपाध्यक्ष पंकज भंडारी, सचिव मुकेश पांचाल, कोषाध्यक्ष शुभम गेलड़ा, अमित नाहटा द्वारा पानी पूरी, पेन, कॉपी, गेम्स बिस्किट का योगदान दिया गया। जैन सोशल ग्रुप ग्रेटर द्वारा चना जोर गरम, पॉपकॉर्न बिस्किट एवं टोपे उपलब्ध कराए गए। अध्यक्ष राजेंद्र लुनिया, नितिन छजलानी सचिव मौजूद रहे। दिगंबर जैन सोशल ग्रुप गोल्ड द्वारा अध्यक्ष अर्पण गंगवाल, सचिव कीर्ति बड़जात्या की उपस्थिति में पेस्ट्री, बेक समोसा, गेम्स, म्यूजिकल गेम उपलब्ध कराए गए। इनरव्हील क्लब एक्टिव द्वारा आर्ट एंड क्राफ्ट प्रशिक्षण तथा इनरव्हील क्लब गोल्ड द्वारा सांप- सीढ़ी गेम उपलब्ध कराया गया।
पांच स्थानों पर नुक्कड़ नाटक आयोजित किए गए
अंतरराष्ट्रीय दिव्यांग दिवस के अवसर पर शहर के दो बत्ती क्षेत्र, माणक चौक, नगर निगम के सामने, रेलवे स्टेशन के सामने तथा पोलो ग्राउंड पर एनसीसी स्टूडेंट द्वारा दिव्यांगजनों पर आधारित नुक्कड़ नाटक प्रस्तुत कर समाज को संदेश दिया गया।