रतलाम 09 जुलाई 2019/ पानी को सहेजने की जिम्मेदारी जितनी शासन की है,उतनी आमजन की भी है। आम जनता की जागरूकता से ही जल संरक्षण के प्रयासों में सफलता मिल सकती है। यह विचार केन्द्र से आए वरिष्ठ आईएएस अधिकारी तथा जल शक्ति अभियान के रतलाम जिला नोडल अधिकारी प्रवीण गर्ग ने जिले के विभिन्न क्षेत्रों में जल संरचनाओं के निरीक्षण के दौरान ग्रामीणों से संवाद करते हुए व्यक्त किए।
उनके साथ आए डायरेक्टर लॉजिस्टीक एवं ब्लाक नोडल अधिकारी डॉ. सुरेन्द्र अहिरवार ने भी उपयोगी सुझाव ग्रामीणों को दिए। इस दौरान कलेक्टर श्रीमती रुचिका चौहान, वन मंडलाधिकारी एस.के गुप्ता, अपर कलेक्टर श्रीमती जमुना भिड़े सहित विभिन्न जिलाधिकारी उपस्थित रहे।
नोडल अधिकारी श्री गर्ग ने रतलाम विकासखंड की महती सिंचाई परियोजना निर्माणाधीन कोटेश्वर डैम का निरीक्षण किया,जहां उन्होंने आधुनिक सिंचाई व किसानों को होने वाले जल वितरण की पूरी योजना को अवलोकन किया। उसके पश्चात ग्राम धोलका में खेत तालाब योजना के तहत उन्नतशील किसान राजाराम पाटीदार के खेत में बने प्लास्टिक तालाब का निरीक्षण कर जल संरक्षण के लिए किए प्रयास पर प्रसन्नता व्यक्त की। बाद में ग्राम तीतरी में ग्राम पंचायत भवन में ग्रामीणों से जनसंवाद करते हुए श्री गर्ग ने पानी रोकने के उपायों पर चर्चा की। ग्रामीणों ने ग्राम के आसपास छोटी-छोटी जल संरचनाओं की जानकारी देते हुए बताया कि इन जल संरचनाओं से अंगूर, बेर, अमरूद सहित विभिन्न प्रकार की उपज प्राप्त कर रहे हैं। ग्राम में छोटे-छोटे स्टॉप डेम बनाए गए हैं, जिसके कारण गर्मी में भी सिंचाई के लिए पानी की परेशानी नहीं होती। ग्रामीणों ने सूरजमल तालाब के गहरीकरण की मांग भी की। ग्रामीणों से जन संवाद के दौरान श्री गर्ग ने जल संरक्षण के लिए जन जागरूकता चलाने और पानी रोको अभियान को विस्तृत रूप से क्रियान्वित करने के लिए भी निर्देशित किया। बाद में श्री गर्ग द्वारा पिपलोदा विकासखंड के ग्राम गुडरखेड़ा में विभिन्न जल संरचनाओं का निरीक्षण करते हुए ग्रामीणों से संवाद किया। इस दौरान लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी एवं जल संसाधन विभाग द्वारा ग्रामीण क्षेत्र में जल संरक्षण के लिए किए गए विभिन्न कार्यों की भी जानकारी ली।