रतलाम 8 सितम्बर 2019/ प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री कमलनाथ गौमाता की फिक्र करते हुए सच्चे गौसेवक के रुप में अपने कर्तव्य का निर्वाह कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने गौमाताओं के लिए गौशालाओं के निर्माण की योजना बनाई है। इस योजना पर रतलाम जिले में भी मुख्यमंत्री की मंशानुसार अमल किया जा रहा है। प्रथम चरण में जिले के 6 गांवों में गौशालाएं बनाई जा रही हैं। इनकी कुल क्षमता 1 हजार गौवंश की रहेगी। क्रियान्वयन एजेंसी ग्रामीण यांत्रिकी सेवा विभाग द्वारा गौशालाओं के निर्माण का प्राक्कलन तैयार करते हुए कार्य आरम्भ कर दिया गया है। गौशालाओं के निर्माण से जिले के बाशिंदे भी खुश हैं।
आलोट जनपद के आबुपूरा में भी गौशाला का निर्माण किया जा रहा है। इस कार्य से गांव के बद्रीलाल, मनोहरसिंह डोडिया जैसे बुजुर्ग भी प्रसन्न होकर कहते हैं कि मुख्यमंत्री श्री कमलनाथ एक सच्चे गौसेवक के कर्तव्य का निर्वाह कर रहे है। आबुपूरा में विगत दिनों जिले के प्रभारी मंत्री श्री सचिन यादव ने गौशाला निर्माण का भूमिपूजन किया। आबुपूरा गौशाला की क्षमता 200 गौवंश की रहेगी। इसके निर्माण पर 58 लाख रुपए शासन द्वारा खर्च किए जाएंगे। आलोट जनपद क्षेत्र के भूतिया, खामरिया तथा खजुरीदेवडा में भी गौशालाओं का निर्माण किया जा रहा है। खामरिया तथा भूतिया में भी 58-58 लाख रुपए की लागत से 200-200 गौवंश क्षमता वाली गौशालाएं बनाई जा रही हैं। खजुरीदेवडा में 30 लाख रुपए की लागत से 100 गौवंश क्षमता की गौशाला बनेगी।
जिले की पिपलौदा जनपद के गांव तालीदाना में 30 लाख रुपए की लागत से 100 गौवंश क्षमता की गौशाला बनाई जाएगी। जनपद जावरा के गांव खोजनखेडा में भी 58 लाख रुपए की लागत से गौशाला बनाई जाएगी। इसकी क्षमता 200 गौवंश की रहेगी। अभी वर्षा के कारण कार्य की गति धीमी थी, परन्तु अब इन गौशालाओं का निर्माण गति पकड रहा है। अतिशीघ्र ही सभी गौशालाओं का निर्माण पूरा कर लिया जाएगा।