रतलाम, 29मार्च(खबरबाबा.काम)। कलेक्टर श्रीमती रुचिका चौहान ने 29 मार्च की शाम को जिले के धराड़, बिलपांक तथा बिरमावल खरीदी केंद्रों में समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीदी कार्य का आकस्मिक निरीक्षण किया। इस दौरान ग्राम करमदी में संचालित सेवा सहकारी संस्था धराड़ के गेहूं खरीदी केंद्र में निरीक्षण करते हुए काम की धीमी गति पर केंद्र प्रभारी संजय सिंह राठौर को शोकाज नोटिस जारी करने के निर्देश कलेक्टर द्वारा दिए गए। पुलिस अधीक्षक श्री गौरव तिवारी तथा जिला विपणन अधिकारी सुश्री स्वाति राय भी मौजूद थे।
धराड़ संस्था द्वारा संचालित खरीदी केंद्र के निरीक्षण के दौरान कलेक्टर द्वारा केंद्र प्रभारी से जानकारी ली गई कि कितने किसानों को फोन लगाया गया, मात्र सात किसानों को फोन लगाने की जानकारी मिलने पर कलेक्टर द्वारा सख्त नाराजगी व्यक्त की गई। सख्ती से केंद्र प्रभारी को निर्देशित किया कि अभी डेढ़ सौ किसानों को फोन लगाओ। यहां कार्य की गति धीमी पाए जाने पर कलेक्टर द्वारा खाद्य विभाग के मैदानी अधिकारी को भी नोटिस जारी करने के निर्देश दिए गए। साथ ही केन्द्र पर सीड़ी की व्यवस्था के निर्देश भी दिए।
कलेक्टर द्वारा बिलपांक गेहूं खरीदी केंद्र का निरीक्षण करते हुए केंद्र प्रभारी प्रदीप जाट से किसानों को किए गए फोन कॉल की जानकारी ली गई। कलेक्टर द्वारा पंजीकृत किसानों का रजिस्टर चेक करते हुए रेण्डमली दो किसानों के फोन नंबर निकालते हुए उनको फोन करने के लिए केंद्र प्रभारी को निर्देशित किया। किसान भेरूलाल से कलेक्टर द्वारा फोन पर चर्चा की गई तो उसने बताया कि उसके मकान का निर्माण कार्य चल रहा है इसलिए वह गेहूं बेचने नहीं आया। उसके पास करीब 170 बोरी गेहूं है। इसी तरह किसान अशोक टांडी से भी कलेक्टर ने मोबाइल पर चर्चा की तो उसने बताया कि घर में शादी होने से अभी वह गेहूं नहीं बेच पा रहा है। कलेक्टर ने दोनों किसानों से कहा कि अपना गेहूं जल्द से जल्द खरीदी केंद्र पर बेचने हेतु लाए। कलेक्टर द्वारा केंद्र प्रभारी को निर्देशित किया गया कि किसान पंजी में सही जानकारी भरी जाए। जानकारी में कोई फर्जीवाड़ा नहीं हो अन्यथा सख्त कार्रवाई की जाएगी।
बिरमावल गेहूं खरीदी केंद्र पर निरीक्षण के दौरान अच्छी व्यवस्था पाई गई। यहां मौजूद किसान टीकमचंद पाटीदार ने भी कलेक्टर को बताया कि इस केंद्र पर आरंभ से ही बहुत अच्छी व्यवस्था है। कलेक्टर ने सभी खरीदी केंद्रों पर इलेक्ट्रॉनिक तोल कांटे, मेडिकल किट, मॉइश्चर मीटर, बारदानों का वजन इत्यादि व्यवस्थाओं को चेक किया। केंद्र प्रभारियों को यह भी निर्देश दिए कि अपने केंद्र पर मेडिकल सुविधा उपलब्धता का पोस्टर लगाएं।