रतलाम,8जनवरी(खबरबाबा.काम)। विरीयाखेड़ी स्थित बाल संप्रेषण गृह में निरुद्ध बालकों को बिडी और शराब देने एवं बदले में रुपए लेने का मामला सामने आया है। संप्रेषण गृह के अधीक्षक की शिकायत पर इस मामले में औद्योगिक क्षेत्र थाना पुलिस ने जांच के बाद कंप्यूटर प्रशिक्षक के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया है।
जानकारी के अनुसार औद्योगिक क्षेत्र थाना प्रभारी राजेंद्र वर्मा को विरीयाखेड़ी स्थित बाल संप्रेषण गृह में निरुद्ध बालकों को बिडी और शराब दिए जाने संबंधी शिकायत मिली। मामले की गंभीरता को देखते हुए उन्होंने थाने पर पदस्थ उपनिरीक्षक केसर सिंह यादव को जांच सौंपी। पुलिस ने बाल संप्रेषण गृह के अधीक्षक हरजिंदर सिंह अरोरा एवं सहायक के कथन लिए। शिकायत के संबंध में अन्य बालकों से भी चर्चा की गई। पुलिस जांच में सामने आया कि कंप्यूटर शिक्षक सुमित वर्मा द्वारा बालकों को बिडी और शराब प्रदान की गई थी, जिसके उपयोग के बाद कुछ बालकों द्वारा वहां वाद-विवाद भी किया गया था।
बदले में ऑनलाइन ट्रांसफर करवाता था रुपए
पुलिस रिपोर्ट के अनुसार बाल संप्रेषण गृह में प्रतिदिन बालकों को कंप्यूटर सिखाया जाता है। प्रतिदिन दोपहर 12:00 से 4:00 तक कंप्यूटर पर शिक्षक सुमित वर्मा कंप्यूटर प्रशिक्षण देता था। 14 दिसंबर को कंप्यूटर शिक्षक द्वारा कुछ बालकों को शराब के क्वार्टर, बिडी और माचिस दी गई। जांच में यह भी आया कि कंप्यूटर शिक्षक बदले में बालकों के परिजनों, रिश्तेदारों से ऑनलाइन रुपए ट्रांसफर करवाता था। संस्था में किसी भी प्रकार का नशा वर्जित है। शराब के सेवन के बाद संस्था में कोई घटना भी घटित हो सकती थी। पुलिस ने जांच के बाद बाल संप्रेषण गृह के अधीक्षक हरजिंदर सिंह अरोरा की शिकायत पर बालकों को शराब एवं बिड़ी देने पर कंप्यूटर प्रशिक्षक सुमित वर्मा के खिलाफ धारा 77 किशोर न्याय अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज किया है।