रतलाम,3मार्च(खबरबाबा.काम)। किसी फिल्मी कहानी की तरह रतलाम शहर में दो साल पहले दिल्ली के फर्जी अधिकारी बनकर आए एक व्यक्ति ने वन औषधि की दो दुकानों पर छापे की कार्रवाई को अंजाम दे दिया। फर्जी अधिकारी का खुलासा सैलाना विधायक द्वारा विधानसभा में पूछे प्रश्न पर हुआ। खास बात तो यह है कि कार्रवाई में स्थानीय वन विभाग और पुलिस विभाग के अधिकारी भी शामिल हुए थे।
मध्य प्रदेश के वन मंत्री कुंवर विजय शाह ने विधानसभा में पूछे गए एक सवाल के जवाब में जो जानकारी दी उससे रतलाम में फर्जी अधिकारी बनकर हुई कार्रवाई का खुलासा हुआ। सवाल रतलाम जिले के सैलाना से कांग्रेस विधायक हर्ष विजय गेहलोत ने किया था। इसके अनुसार क्राइम ब्रांच वाइल्ड लाइफ केंद्रीय वन विभाग नई दिल्ली का अधिकारी बनकर दीपक कुमार ने 20 फरवरी 2021 को वन विभाग के अधिकारियों के साथ चौमुखीपुल स्थित पटवाजी की दुकान तथा मिर्ची गली स्थित हकीमुद्दीन गुलामअली की दुकान पर छापा मारा था।
छापे में वन अधिकारियों को साथ लेकर पंचनामा बनाया था। क्राइम ब्रांच वाइल्ड लाइफ केंद्रीय वन विभाग नई दिल्ली के उक्त फर्जी अधिकारी दीपक कुमार के पद और अधिकारिता से संबंधित कोई भी दस्तावेज वन मंडल रतलाम के अभिलेखों में उपलब्ध नहीं है। फर्जी अधिकारी के दुकान पर बने पंचनामे में हस्ताक्षर जरूर हैं।
फर्जी अधिकारी के साथ वन विभाग के 8 अधिकारियों/कर्मचारियों तथा उसके अनुरोध पर पांच पुलिस अधिकारियों ने छापा मारकर पंचनामा बनाया था। तब रतलाम में वन मंडलाधिकारी डी. एस. डोडवे थे।
इस खुलासे के बाद सभी यही कह रहे हैं कि फिल्मों के अलावा भी ऐसा हो सकता है। आश्चर्यजनक तो यह है कि फर्जी अधिकारी के संबंध में उस समय वन विभाग के अधिकारियों को भनक तक नहीं लग पाई।