रतलाम 27 अप्रैल(खबरबाबा.काम)। मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान आम आदमी की भलाई के लिए 24 घंटे कार्यरत हैं। राजस्व अधिकारी सुनिश्चित करें कि उनके कार्य व्यवहार से किसी आम आदमी को कोई परेशानी नहीं हो। कार्यालय में आने वाले व्यक्ति का कार्य तत्काल किया जाए। राजस्व अधिकारी अपने स्वार्थवश सीमांकन बंटवारे जैसे कार्यों को जान-बूझकर नहीं अटकाए अन्यथा की स्थिति में किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा।
उक्त निर्देश कलेक्टर नरेंद्र कुमार सूर्यवंशी द्वारा गुरुवार को राजस्व अधिकारियों की समीक्षा बैठक में दिए गए। अपर कलेक्टर डॉ. शालिनी श्रीवास्तव, एसडीएम संजीव पांडे, त्रिलोचन गौड़, मनीष जैन आदि उपस्थित थे।
कलेक्टर ने राजस्व प्रकरणों के निराकरण की समीक्षा करते हुए निर्देशित किया कि जिन अधिकारियों के वर्तमान माह में निपटारे का प्रतिशत जीरो है उनके विरुद्ध कार्रवाई तथा शोकाज नोटिस जारी किया जाएगा। इसी प्रकार जिन अधिकारियों के न्यायालय में प्रकरण 6 माह से अधिक लंबित स्थिति में है उनका वेतन रोक दिया जाएगा। कलेक्टर ने अपर कलेक्टर को निर्देशित किया कि उपरोक्त प्रकार के अधिकारियों की सूची तैयार कर प्रस्तुत करें। वसूली की समीक्षा करते हुए कलेक्टर ने आगामी 31 मार्च के पूर्व शत-प्रतिशत लक्ष्य पूर्ति के निर्देश दिए।
कलेक्टर ने कहा कि 31 मार्च का इंतजार नहीं करें। धारणाधिकार के साथ-साथ वसूली की समीक्षा कलेक्टर द्वारा प्रत्येक समय सीमा पत्रों की समीक्षा बैठक में की जाएगी। कलेक्टर ने मुख्यमंत्री घोषणाओं के क्रियान्वयन की समीक्षा भी की। नक्शा तरमीम तथा नक्शों के प्रकाशन के संबंध में समीक्षा करते हुए कलेक्टर ने प्रथम प्रकाशन, द्वितीय प्रकाशन, संशोधन, ग्राउण्ड प्रतिवेदन तथा अंतिम प्रकाशन की जानकारी गूगल शीट पर देने के निर्देश राजस्व अधिकारियों को दिए। कृषि संगणना में ढिलाई बरतने पर कलेक्टर ने नाराजगी व्यक्त की।
खनिज मामलों में समीक्षा के दौरान कलेक्टर द्वारा निर्देशित किया गया कि एसडीएम अवैध उत्खनन परिवहन पर सख्त निगरानी रखें। प्रत्येक सप्ताह प्रकरण बनाएं। भू-माफिया तथा अतिक्रमण से मुक्त भूमि की जानकारी पोर्टल पर दर्ज करने के निर्देश दिए गए। समीक्षा में नायब तहसीलदारों को विशेष रूप से काम करने के निर्देश कलेक्टर द्वारा दिए गए।