रतलाम,24अप्रैल(खबरबाबा.काम)।श्री योगींद्र सागर महाविद्यालय में मुंबई डब्बेवाले द्वारा संगोष्ठी का आयोजन किया गया। संगोष्ठी में रतलाम के साथ पेटलावद, जावरा, खाचरोद, सैलाना, रावटी, शिवगद आदि सभी क्षेत्रों के स्कूलों के प्राचार्य, प्राध्यापक एवं महाविद्यालय के विद्यार्थियों मौजूद रहे।
सर्वप्रथम माँ सरस्वती की पूजा-अर्चना कर पुष्प अर्पित कर संगोष्ठी को प्रारंभ किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ. वाय. के. मिश्रा (प्राचार्य, आर्ट्स एंड साइंसकॉलेज, रतलाम), विशेष अतिथि डॉ. जितेंद्र पाटीदार, अमृत पाटीदार (प्रोपराइटर, अंबीवाइनयार्ड), अध्यक्षता संस्थापक गोपालप्रसाद शर्मा (टंच) द्वारा की गई।
मुंबई से आए मुंबई डब्बेवाला के अध्यक्ष सुभाष नालेकर ने अपना परिचय देते हुए बताया की मेरे परदादा जी ने सन् 1890 में किस प्रकार से एक छोटी सी शुरुआत कर आज इसे ये बड़ा रूप दिया है, चाहे आंधी- ठंड-गम- बारिश हो हर कस्टमर को समय पर खाना पहुंचाना ही हमारा मकसद होता है। रोजाना तीन घंटे के अंदर 2 लाख से ज्यादा टिफिन का डब्बा 60 से 70 किलोमीटर तक का सफर, चार जगह बदल कर घर से लेकर दफ्तर तक पहुंचाते हैं। और इस पूरे सफर में किसी भी प्रकार की गलती नही होती है। उन्होंने बताया मुंबई की लोकल ट्रेन को वहां की जान कहा जाता है ठीक उसी तरह कई लोगों की जान डब्बेवाले होते हैं, जो उन्हें सही समय पर उनका गरमा गरम खाना पहुंचाते हैं। उनका यही प्रबंधन उन्हें भारत ही नहीं पूरी दुनिया में खास बनाता है। जिससे आज उनका नाम गिनीज बुक वर्ल्ड रिकार्ड में दर्ज है।
कार्यक्रम के विशेष अतिथि रहे जितेंद्र पाटीदार ने अपने उद्बोधन में अम्बीवाइनयार्ड की शुरू करने और अपने अनुभव को विद्यार्थियों से सांझा किए। इस अवसर पर महाविद्यालय के संचालक भरत शर्मा (टच), सहसंचालक उमेश शर्मा एवं वरदान शर्मा, समस्त स्टाफ उपस्थित रहे। कार्यक्रम में एम.बी.ए., बीबीए, बी.एससी (माइक्रोबायोलॉजी) एवं बी. टेक के विध्यार्थियों जो परीक्षा मे प्रथम एवं द्वितीय आए हैं उन्हेगोल्ड और सिल्वरमेडल व प्रमाणपत्र प्रदान किए गए।
इस संगोष्ठी के अन्त में महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. आनंद त्रिवेदी ने कार्यक्रम की सराहना करते हुए विद्यार्थियों के उज्वल भविष्य की कामना की एवं कार्यक्रम में पधारे सभी आगन्तुको प्राचार्य, प्राध्यापक व अभिभावक का सम्मान किया व आभार माना।