
रतलाम,17अगस्त(खबरबाबा.काम)। विधानसभा चुनाव के टिकट को लेकर अब अंतिम रिहर्सल शुरू हो गई है। एक बार फिर प्रदेश में सरकार बनाने के लक्ष्य को लेकर चल रही भाजपा उम्मीदवार के चयन से लेकर चुनावी रणनीति में कहीं कोई कमी नहीं रखना चाहती है। यही कारण है कि चार राज्यों के 230 विधायकों को प्रदेश की एक-एक सीट पर सर्वे का जिम्मा दिया गया है। इनकी रिपोर्ट भाजपा में टिकट वितरण में जहां महत्वपूर्ण रहेगी, वहीं विधानसभा वार चुनावी रणनीति भी इसी रिपोर्ट के आधार पर तैयार होगी।
मध्य प्रदेश में चुनावी रणनीति की कमान केंद्रीय नेतृत्व ने संभाल ली है। मीडिया रिपोर्ट की माने तो पार्टी ने गुजरात, महाराष्ट्र, बिहार और उत्तर प्रदेश से ऐसे 230 विधायकों की सूची तैयार की है जो अपने क्षेत्र में चुनावी रणनीति के माहिर हैं। इन विधायकों को प्रदेश की एक-एक विधानसभा की जवाबदारी दी जा रही है। पार्टी इन विधायकों से हर विधानसभा का सर्वे करवाकर गोपनीय रिपोर्ट प्राप्त करेगी। इस रिपोर्ट के आधार पर उम्मीदवार और संबंधित विधानसभा की चुनावी रणनीति तैयार की जाएगी।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार 4 राज्यों के 230 विधायक 20 अगस्त से उन्हें सौंपी गई विधानसभा क्षेत्र में जाकर सर्वे करना शुरू करेंगे। यह विधायक 7 दिन तक क्षेत्र में रहकर उक्त विधानसभा में पार्टी की मौजूदा स्थिति का पता लगाएंगे। पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं से फीडबैक लेंगे। दावेदारों से संवाद करेंगे। एंटी इनकंबेंसी का पता लगाएंगे। विधायक दावेदारों का पैनल तैयार कर भी पार्टी को रिपोर्ट देंगें। सर्वे के दौरान यह विधायक किसी भी स्थानीय नेता की मदद नहीं लेंगे। इसके साथ ही यह विधायक संबंधित विधानसभा के मुद्दे भी पता करेंगे जिसके हिसाब से वहां चुनावी रणनीति तैयार हो सके।
रतलाम में आ सकते हैं यह विधायक
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार पार्टी ने गुजरात, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश और बिहार के जिन 230 विधायकों की सूची तैयार की है, उसमें रतलाम ग्रामीण विधानसभा में बिहार के विधायक कुंदन सिंह, रतलाम शहर में बिहार के विधायक लालबाबू, सैलाना में बिहार के विधायक अवधेश सिंह और जावरा में बिहार के विधायक नीरज कुमार सिंह सर्वे के लिए आ सकते हैं। इसी तरह आलोट विधानसभा में गुजरात के विधायक अक्षय कुमार पटेल आ सकते हैं।