रतलाम,14दिसम्बर(खबरबाबा.काम)। आराधना भवन श्री संघ में हनुमान रुंडी पर परम पूज्य कल्याण रत्नविजय जी म. सा. की निश्रा में प्रवचन परिवार द्वारा आयोजित 46 दिवसीय उपधान तक की पूर्णाहुति पर तीन दिवसीय महोत्सव चल रहा है। आज भव्य शोभायात्रा निकाली गई।
उपरोक्त उपधान तप में करीब 100 तपस्वियों द्वारा 46 दिवसीय तप की धर्म आराधना परम पूज्य गणिवर्य कल्याण रत्नविजय जी म. सा. के मार्गदर्शन व निश्रा में पूर्ण की। इस अवसर पर तीन दिवसीय भव्य महोत्सव का आयोजन किया गया। प्रथम दिवस में गुरु वधामणा, दोपहर को श्राविकाओं की चोवीसी एवं शाम को भव्य संध्या भक्ति संपन्न हुई। इसके पश्चात उजमणा के द्वार का उदघाटन प्रवचन परिवार के अश्विन भाई एवं आराधना भवन संघ अध्यक्ष अशोक लुनिया एवं सचिव हिम्मत गेलड़ा द्वारा किया गया। दूसरे दिन तपस्वियों की भव्य शोभायात्रा निकाली गई। प्रातः से ही हनुमान रुंडी पर सैकड़ो की संख्या में समाजजन एकत्रित होना शुरू हो गए।
इस ऐतिहासिक भव्य शोभायात्रा में सबसे आगे इंद्र ध्वजा, सुसज्जित हाथी – घोड़ा एवं ऊंट पर धर्म पताका लिए हुए युवजन एवं सुसज्जित बग्घी में परम पूज्य गच्छाधिपति रामचंद्र सूरिश्वर जी म.सा. की तस्वीर शोभायमान रही। शोभायात्रा में पुणे का सफेद वस्त्र में 20 सदस्यीय बैंड का घंटनाद आकर्षण का केंद्र रहा। वहीं नासिक की ढोल पार्टी, आदिवासी नृत्य मंडली चल रही थी। इनके पीछे सैकड़ो की संख्या में समाजजन पूज्य गुरुदेव की अगवानी में गुरुजी हमारे आए हैं नई रोशनी लाए है के नारे लगाते रहे। चौराहे – चौराहे पर शोभा यात्रा को देखने के लिए भारी भीड़ जमा रही। कोई डेढ़ किलोमीटर लंबे जुलूस में 21 सुसज्जित बग्घियां एवं सात सुसज्जित बैलगाड़ियों में तपस्वी रास्ते पर समाजजन का अभिवादन स्वीकार कर रहे थे। एवं तपस्वियों के इष्ट मित्र, रिश्तेदार खुशी में नृत्य करते हुए चल रहे थे।
पूज्य गुरुदेव एवं प्रभु की जगह-जगह गहुंली की जा रही थी। जुलूस हनुमान रुंडी से प्रारंभ होकर चौमुखीपुल, चांदनी चौक, बजाजखाना, धानमंडी, नाहरपुरा, डालूमोदी बाजार, दौलतगंज, घास बाजार होते हुए आत्म कल्याणकारी प्रवचन उत्सव स्थल हनुमान रुंडी पर पहुंचकर धर्म सभा में परिवर्तित हो गया। जहां पूज्य गुरुदेव ने देव द्रव्य की महत्ता के ऊपर विशेष प्रकाश डाला।
शोभा यात्रा को सफल बनाने में प्रवचन परिवार, आराधना भवन ट्रस्ट बोर्ड, श्री संघ, आराधना भवन सेवा समिति, चंद्रवीर परिवार, आराधना भवन महिला मंडल आदि का बहुत ही सराहनीय सहयोग रहा।
बाद में 51 तपस्वियों की माला रोपण की बोलियां लगाई गई, जिसमें समाजजन ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया, जिसमें प्रथम मालारोपण की बोली का पुण्य लाभ धर्मचंद विजयराज गांधी परिवार द्वारा लिया गया। शाम को भव्य महा पूजा संपन्न हुई एवं रात्रि को तपस्वी आराधकों का भव्य बहुमान समारोह बहुत ही धर्ममय वातावरण में उत्साह, आनंद एवं उमंग से संपन्न हुआ।
महोत्सव के तीसरे एवं अंतिम दिन 15 दिसंबर को प्रातः 9:00 बजे पूज्य गणिवर्य कल्याण रत्नविजय जी म. सा. ” मोक्ष माला क्यों ” विषय पर विशेष प्रवचन होंगे एवं 10:15 से तपस्वियों की माला रोपण का कार्यक्रम प्रारंभ होगा।