रतलाम,9 मार्च(खबरबाबा.काम)। बजट पर चर्चा के लिए शनिवार को आयोजित नगर निगम का सम्मेलन काफी हंगामेदार रहा। अधिकांश समय सत्ता पक्ष के पार्षद ही अपने सवालों और आरोपों से अधिकारियों को घेरते दिखे।आज फिर जहां सिविक सेंटर में हुई रजिस्ट्रियों का मामला गरमाया, वहीं भाजपा की महिला पार्षदों ने आयुक्त पर अभद्र तरीके से बात करने को लेकर हंगामा किया। खास बात यह रही कि भाजपा की महिला पार्षदों को अपने ही दल के महापौर का पूरा साथ नहीं मिल पाया। महापौर आयुक्त के बचाव में नजर आए। जब सत्ता पक्ष के पार्षदों ने आयुक्त से इस मामले में जवाब मांगा तो आयुक्त ने सत्ता पक्ष के पार्षदों को उनके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने का चैलेंज दे दिया। सम्मेलन के अंत में चर्चा के बाद प्रस्तुत बजट को सर्वानुमति से पारित कर दिया गया।
नगर निगम सम्मेलन में भाजपा पार्षद शक्ति सिंह राठौड़ ने आज फिर सिविक सेंटर में हुई प्लाटों की रजिस्ट्री का मामला उठाया। उन्होंने गुरुवार को आयोजित सम्मेलन में रजिस्ट्रियों को शून्य घोषित करने के निर्णय पर कहा कि उन प्लाटो से अवैध कब्जे को भी हटाकर नगर निगम की संपत्ति का बोर्ड लगाया जाए। इस मामले में महापौर प्रहलाद पटेल ने कहा कि वर्तमान में हुई रजिस्ट्रियों के साथ ही सिविक सेंटर में पूर्व में जितनी भी रजिस्ट्री हुई है उन सभी की जांच की जाए और अनियमितता मिलने उन्हें भी निरस्त किया जाए। इस पर विपक्ष के नेता शांतिलाल वर्मा ने आरोप लगाया कि वर्तमान में हुई कार्रवाई को उलझाने के लिए पुराने मामलों को लाया जा रहा है। इस मुद्दे पर निगम अध्यक्ष श्रीमती मनीषा मनोज शर्मा ने कहा कि अक्टूबर 2023 से अब तक हुई रजिस्ट्री को निरस्त करवाने की कार्रवाई की जाए।
आयुक्त के व्यवहार को लेकर भाजपा की महिला पार्षदों ने किया हंगामा, आयुक्त ने कहा- अविश्वास प्रस्ताव लेकर आ जाओ
परिषद के सम्मेलन के दौरान नगर निगम में अजीब स्थिति देखने को मिली। एक और कांग्रेस की तुलना में सत्ताधारी दल भाजपा के ही पार्षद अपने आरोपों और सवालों से अधिकारियों को घेरते दिखे वहीं भाजपा की महिला पार्षदों ने भी आयुक्त के व्यवहार को लेकर नाराजगी जताते हुए हंगामा किया। अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के एक दिन पूर्व 7 मार्च को जहां वार्ड क्रमांक 9 की पार्षद श्रीमती निशा पवन सोमानी ने बिना नाम लिए अधिकारी पर गलत व्यवहार और वार्डो के विकास कार्य रोकने की धमकी देने का आरोप लगाया था, वहीं महिला दिवस के एक दिन बाद आज भाजपा की कुछ अन्य महिला पार्षदों ने भी आयुक्त पर अभद्र व्यवहार का आरोप लगाया। भाजपा पार्षद श्रीमती कविता चौहान और पार्षद आयुषी सांकला ने आयुक्त की भाषा शैली और व्यवहार को लेकर आपत्ति जताई। इस पर नाराजगी जताते हुए अन्य महिला पार्षद ने भी खड़े होकर विरोध जताया। निगम अध्यक्ष श्रीमती मनीषा शर्मा ने भी इस मुद्दे पर नाराजगी जाहिर की। सत्ता धारी दल के सभी पार्षदों ने जब खड़े होकर इस मामले में आयुक्त से जवाब मांगा तो उन्होंने गलत तरीके से बात करने के आरोपों से पूरी तरह इनकार किया और लगभग चैलेंज देते हुए कह दिया कि आप मेरे खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव ले आओ, तब मैं जवाब दे दूंगा।
महिला पार्षदो ने जब महापौर से इस संबंध में कार्रवाई के लिए कहा तो महापौर ने कहा कि एक तरफा कार्रवाई नहीं की जा सकती है। उनसे भी बात करनी पड़ेगी। महापौर प्रहलाद पटेल ने यह भी कहा कि आज के बाद यदि ऐसा व्यवहार होता है तो मुझे बताएं और यदि कोई ठीक से बात नहीं करता है तो उससे बात नहीं करें, मुझसे करें। बाद में सम्मेलन के अंत में अपने भाषण के दौरान महापौर प्रहलाद पटेल ने जरूर आयुक्त एवं अधिकारियों से निवेदन करते हुए कहा कि इस तरह की भाषा का उपयोग न करें जिससे महिला पार्षदों का दिल दुखे। महापौर ने यह भी कहा कि मैं जानता हूं कि आपकी मंशा दिल दुखाने की नहीं रहती है।काम के लोड के कारण ऐसा हो जाता है,लेकिन आगे से ध्यान रखें।
अधिकांश पार्षदो ने कुत्तों के बढ़ते हमलो और संख्या पर चिंता जाताई
सम्मेलन के दौरान पक्ष और विपक्ष के अधिकांश पार्षदों ने शहर में कुत्तों की बढ़ती संख्या और हमलो पर चिंता जाहिर की। शहर में कुत्तों के बघियाकरण में खर्च हो रहे करोड़ो रूपयों पर भी पार्षदो ने सवाल उठाए। इस मामले में महापौर ने कहा कि जब तक कानून में संशोधन नहीं हो जाता तब तक कुछ नहीं हो सकता है।
महापौर ने विकास कार्यों की योजना बताई
बजट पर चर्चा के बाद अपने संबोधन में महापौर प्रहलाद पटेल ने रतलाम को प्लास्टिक मुक्त सिटी बनाने की बात करते हुए कल से ही कार्रवाई के लिए कहा। इसके अलावा उन्होंने शहर में 6 बड़े उद्यानों की डीपीआर तैयार होने , माणक चौक स्थित सब्जी मंडी के स्थान पर सर्व सुविधायुक्त मार्केट बनाने, Mp 43 फूड जोन के कार्य की प्रगति, दो बत्ती मार्केट के सौंदर्यीकरण की योजना से अवगत कराते हुए इस बजट को रतलाम की दिशा और दशा सुधारने वाला बजट बताया। बजट पर चर्चा के बाद सर्वानुमति से इसे पारित कर दिया गया।