रतलाम,25अप्रैल(खबरबाबा.काम)। शहर की बिगड़ी यातायात व्यवस्था और अतिक्रमण की समस्या को लेकर आज एक नन्हा बालक जनसुनवाई में पहुंच गया और कलेक्टर को आवेदन देकर यातायात व्यवस्था सुधारने की मांग की।
जनसुनवाई मे आए बालक यश गांधी ने आवेदन दिया कि रतलाम में रोड पर जो कार्य हो रहा है वह व्यर्थ है क्योंकि कई जगह पर लोग अपनी गाड़ियां लगा जाते हैं जिस वजह से वहां ट्रैफिक जाम होता है और आने जाने में दिक्कत होती है। शहर में रोड पर लोग अपनी ठेला गाड़ी लगाने लगे हैं। सब्जी मंडी को उसके पूर्व स्थान पर भेजा जाए। पार्किंग व्यवस्था में सुधार किया जाए।
यश ने कलेक्टर को घास बाजार , चान्दनी चौक क्षेत्र की यातायात व्यवस्था से परेशानी बताई। चांदनी चौक , चौमुखीपुल, घास बाजार में फोरलेन सड़क बना दी गई हैं, लेकिन सड़क पर दोनो तरफ अधिक मात्रा में वाहन खड़े रहते है , जिससे निकलने में दिक्कतें हो रही हैं ।
आवेदन पर कलेक्टर नरेंद्र सूर्यवंशी ने नगर निगम आयुक्त को कार्य योजना तैयार कर निराकरण के लिए निर्देशित किया।
अन्य आवेदनों पर भी हुई सुनवाई
जिला स्तरीय जनसुनवाई मंगलवार को कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में संपन्न हुई। कलेक्टर नरेंद्र कुमार सूर्यवंशी द्वारा जनसुनवाई करते हुए आवेदनों का निराकरण किया गया। आवेदकों की समस्याओं को गंभीरता से सुना, संबंधित अधिकारियों को तत्काल निर्देशित किया। इस दौरान कलेक्टर द्वारा कई अधिकारियों को मोबाइल पर निर्देशित किया गया। साथ ही वीसी के माध्यम से कनेक्ट एसडीएम से भी चर्चा कर उनको उनके क्षेत्र के संबंध में आवेदन पर निर्देशित किया गया।
जनसुनवाई में रतलाम की आवेदिका श्रीमती ज्योत्सना निरंजनी निवासी सिविक सेंटर ने आवेदन दिया कि उनका एक प्लाट बिरियाखेड़ी में है। प्लाट से लगे हुए एक निजी स्कूल की संचालिका द्वारा उनके प्लाट पर कब्जा करने की नियत से निर्माण कार्य किया जा रहा है, उसे तत्काल रुकवाया जाए। कलेक्टर ने आवेदन पर तत्काल नगर निगम के अधिकारी को निर्देशित किया कि मौके पर जाएं, निर्माण रोके, जांच करें तथा जांच के पश्चात अंतिम निर्णय लिया जाएगा।
रतलाम के ब्राह्मणों का वास के कपिल ने आवेदन दिया कि उनकी पत्नी गंभीर रूप से बीमार हैं। उपचार पर समस्त जमा पूंजी खर्च हो चुकी है, कर्ज भी ले लिया है परंतु ऑपरेशन शेष है, जिस पर 3 से 4 लाख रुपए तक आएगा, मदद की जाए। कलेक्टर ने आवेदन पर जिला चिकित्सालय के सिविल सर्जन डॉ. आनंद चंदेलकर को दूरभाष पर निर्देशित किया कि मरीज की मदद करें, जितना अधिकाधिक संभव हो सके मरीज की हेल्प की जाए। प्रार्थी की पत्नी को एम वाय हॉस्पिटल इंदौर ले जाना है, इसके लिए शासकीय एंबुलेंस की व्यवस्था की जाए। आयुष्मान कार्ड भी बनवाया जाए और राशि से भी मदद की जाए।