
रतलाम: रोगी कल्याण समिति की कार्यकारिणी सभा की बैठक संपन्न,रोगी कल्याण समिति सदस्यों ने जनहित के मुद्दों पर प्रस्ताव स्वीकृत कराए
रतलाम 12 जुलाई(खबरबाबा.काम)। जिला चिकित्सालय रतलाम के बैठक सभाकक्ष में कलेक्टर श्री राजेश बाथम की अध्यक्षता में एस डी एम शहर श्री अनिल भाना, समिति सदस्य श्री मनोहर पोरवाल , श्री गोविंद काकानी श्री हेमंत राहोरी, सिविल सर्जन डॉक्टर एम एस सागर, सीएमएचओ डॉक्टर संध्या बेलसरे, डॉ बीएल तापड़िया , डॉ अभिषेक अरोरा, सहायक संचालक महिला एवं बाल विकास विभाग श्री रामनिवास बुधौलिया , डॉ ममता शर्मा, डॉ अभिषेक अरोरा, डॉ शिवम श्रीवास्तव, डॉ प्रमोद प्रजापति, एपिडेमियोलॉजिस्ट डॉक्टर गौरव बोरीवाल, डॉ रजत दुबे, डॉ नरेश चौहान, श्री सुनील धीनदौर, उप यंत्री कामिनी देवड़ा आदि की उपस्थिति में संपन्न हुई।
बैठक के दौरान कलेक्टर श्री राजेश बाथम ने जिला चिकित्सालय रतलाम में उपलब्ध बेड संख्या एवं प्रतिदिन हो रही ओपीडी , रोगी कल्याण समिति के शुल्क , तथा संक्रामक बीमारियों की रोकथाम एवं उनकी रिपोर्टिंग की निगरानी तथा अस्पताल में व्यवस्था के संबंध में जानकारी लेते हुए पर्याप्त बेड आरक्षित रखने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जिला चिकित्सालय रतलाम में आने वाले मरीज की संख्या का विशेषज्ञ आधारित उपचार का विश्लेषण करें।
बैठक में सिविल सर्जन डॉक्टर एम एस सागर ने विगत बैठक का पालन प्रतिवेदन प्रस्तुत करते हुए बताया कि एम सी एच अस्पताल में सर्किल हटा दिया है, ऑपरेशन थिएटर के लिए नई लाइट की व्यवस्था की जा चुकी है, जिला चिकित्सालय के पास स्थित बावड़ी में कुएं की बाउंड्री वॉल तथा पानी की टेस्टिंग नियमित रूप से कराई जा रही है। पानी की सप्लाई संपवेल एवं नगर निगम के माध्यम से निरंतर की जा रही है। वॉटर डिस्पेंसर में पानी की फीलिंग की जा रही है। बावड़ी के जीर्णोद्धार के लिए नगर निगम की ओर से कार्य किया जा रहा है। नई अल्ट्रासाउंड की मशीन आगामी 10 दिनों में आ जाएगी। मातृ एवं शिशु अस्पताल को जनरेटर सेट से कनेक्ट करने की व्यवस्था की जा रही है।
ट्रॉमा सेंटर में नई लिफ्ट के लिए टेंडर की प्रक्रिया की गई है। अस्पताल में इको मशीन चालू हो गई है , इसका 500 रुपए रखा है , टीएमटी की मशीन की सेवा के लिए 200 रुपए का शुल्क निर्धारित किया गया है। स्टोर का पुराना भवन नई बिल्डिंग बनने के कारण सामग्री हॉस्टल में रखवाई जा रही है, मातृ एवं शिशु अस्पताल में ओपीडी काउंटर के लिए स्थान चिन्हित कर कार्य किया जा रहा है , प्लेटफार्म का कार्य पूर्ण होते ही इसका विधिवत शुभारंभ कराया जाएगा। कलेक्टर श्री राजेश बाथम ने सभी कार्य यथाशीघ्र प्रारंभ करने के निर्देश दिए।
रोगी कल्याण समिति सदस्य श्री मनोहर पोरवाल ने जिला चिकित्सालय रतलाम में लाइट की समस्या होने की बात रखी। समिति सदस्यों ने सुझाव दिया कि इसके लिए सोलर सिस्टम एवं इनवर्टर आधारित व्यवस्थाएं की जा सकती है। कलेक्टर ने इसके लिए विधिवत कार्रवाई करने के निर्देश दिए। श्री मनोहर पोरवाल ने कहा कि डीप फ्रीजर को जावरा पहुंचाया जाए , समय-समय पर नियमित रूप से पानी की टेस्टिंग कराई जाए, अभी जिस स्थान पर रेड क्रॉस द्वारा सोनोग्राफी की जा रही है उसे स्थान पर मरीज और उनके परिजनों को समस्या होती है इसके लिए नया स्थान चिन्हित कर व्यवस्था करें , सिविल सर्जन डॉ एम एस सागर ने बताया कि जिला चिकित्सालय में स्थान की बहुत कमी है , इसलिए सीएमएचओ कार्यालय के नए भवन का प्रस्ताव प्रेषित किया जाना चाहिए।
सीएमएचओ डॉक्टर संध्या बेलसरे ने बताया कि इस संबंध में राज्य कार्यालय को प्रस्ताव प्रेषित कर दिया गया है। श्री गोविंद काकनी ने बताया कि विगत बैठक में हुए प्रस्ताव अनुसार फिजियोथेरेपी के लिए उपकरणों की खरीदी कर ली गई है , फिजियोथैरेपी सेंटर पर पर्याप्त सुविधाएं उपलब्ध हो चुकी है । आवश्यकता अनुसार सभी प्रकार के इंस्ट्रूमेंट आ चुके हैं, उन्होंने विशेष मरीज के लिए 10200 का एक इंजेक्शन प्रतिमाह दो इंजेक्शन की राशि स्वीकृत करने की बात रखी। कलेक्टर ने इस संबंध में रेड क्रॉस से राशि स्वीकृत कर संबंधित मरीज को राशि प्रदान करने के निर्देश दिए।
श्री गोविंद काकानी ने “अपना घर “में रह रहे मरीज के मानसिक रोगी होने के आधार पर निशुल्क सिटी स्कैन करने की बात रखी। श्री मनोहर पोरवाल ने कहा कि जन्म प्रमाण पत्र के लिए दिए जाने वाले पेपर अच्छी क्वालिटी का दिया जाना चाहिए। कलेक्टर ने सभी प्रसुताओं के शिशु जन्म प्रमाण पत्र डिस्चार्ज से पूर्व प्रदान किए जाने के निर्देश दिए तथा उन्होंने डिजिटल प्रमाण पत्र भी ऑनलाइन प्रदान करने के निर्देश दिए।
श्री हेमंत राहोरी ने जिला चिकित्सालय सहित शहरी स्वास्थ्य केंद्रों में कैमरे लगवाने की बात रखी। सिविल सर्जन ने बताया कि वर्तमान में 15 कैमरे जिला चिकित्सालय में लगे हैं , एन आर सी और नई ओपीडी पर भी कैमरे की व्यवस्था की जा रही है। कलेक्टर ने शहरी स्वास्थ्य केंद्र एवं संजीवनी क्लीनिक पर भी कैमरे लगवाने के निर्देश दिए। श्री हेमंत राहोरी ने शहरी क्षेत्र के 70 वर्ष से अधिक आयु के सभी लोगों के आयुष्मान कार्ड बनाने, जिला चिकित्सालय में कैंसर स्पेशलिस्ट की सेवा उपलब्ध कराने की बात रखी।
कलेक्टर ने मौके पर ही जावरा में पदस्थ डॉक्टर विपिन दुबे की समय-समय पर ड्यूटी लगाने हेतु निर्देशित किया। श्री हेमंत राहोरी ने शहरी स्वास्थ्य केंद्र एवं संजीवनी क्लीनिक पर भी विशेषज्ञ चिकित्सकों की सेवाएं उपलब्ध कराने की बात कही। कलेक्टर ने निर्देशित किया कि सभी निजी चिकित्सालय के चिकित्सकों को इस संबंध में जानकारी प्रदान कर विशेषज्ञ सेवाएं प्रदान करने के बारे में स्वीकृति प्राप्त करें और समय-समय पर शहरी क्षेत्र के अस्पतालों में भी विशेषज्ञ चिकित्सकों की सेवाएं प्रारंभ की जाए। ताकि मरीजों को जिला चिकित्सालय तक नहीं आना पड़े। श्री हेमंत राहोरी ने शहरी स्वास्थ्य केंद्रों पर खून पेशाब की जांच की व्यवस्था भी करने की बात रखी।
बैठक के दौरान नवीन प्रस्ताव के अंतर्गत सिविल सर्जन ने आइसोलेशन वार्ड में रिपेयरिंग कराने , नए कैमरे लगवाने, 20 नई बीपी इंस्ट्रूमेंट तथा बीपी कफ खरीदने, आपातकालीन सामग्री जैसे ई सी जी की लीड इको की लीड छोटे-मोटे इलेक्ट्रॉनिक सामग्री आदि खरीदने का प्रस्ताव रखा। उन्होंने अति आवश्यक स्थिति में विशेष प्रकार की सामग्री जैसे दवाइयां उपकरण आदि क्रय करने के लिए एजेंसी तय करने की बात रखी। कलेक्टर ने इसके लिए नियमानुसार कार्रवाई करने के निर्देश दिए। सिविल सर्जन ने एसएनसीयू एवं कोविड आईसीयू में ऑक्सीजन पाइपलाइन सुधरवाने का प्रस्ताव रखा। मातृ एवं शिशु अस्पताल में जनरेटर सेट के लिए आकस्मिक परिस्थितियों में डीजल डलवाने की स्वीकृति दी गई। कलेक्टर ने लॉग बुक और रिकार्ड संधारित करने के लिए निर्देशित किया। इमरजेंसी वार्ड के सामने स्थान पर पुरुष और महिला प्रसाधन व्यवस्थित करने का प्रस्ताव रखा गया। टीएमटी कक्ष के लिए एक छोटा ए सी, बायोमेडिकल बेस्ट रूम की छत सुधरवाने की बात रखी गई।
एम सी एच परिसर के आगे अतिक्रमण के विषय में चर्चा करने पर एसडीएम श्री अनिल भाना ने कहा कि एम सी एच की बाउंड्री वॉल जिला चिकित्सालय द्वारा बनवाई जाना चाहिए। इस संबंध में कलेक्टर ने उप यंत्री श्रीमती कामिनी देवड़ा को प्रस्ताव प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। बैठक के दौरान कलेक्टर ने पुराने एवं अनुपयोगी इलेक्ट्रॉनिक उपकरण एवं समस्त प्रकार की सामग्री का नियम अनुसार अपलेखन करने और उसका निस्तारण की कार्रवाई करने के निर्देश दिए। बेटा के अंत में सिविल सर्जन ने सभी उपस्थितजनों का आभार व्यक्त किया।