भोपाल 09 मई 2020/ मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान ने कहा है कि सभी मिलकर ऐसे प्रयास करें कि कोरोना को हराकर हम मध्य प्रदेश को भारत में मॉडल बनाएं। प्रदेश में कोरोना के एक्टिव केसेस में निरंतर कमी आ रही है। अब हमें पूरी सावधानी एवं सतर्कता बरतते हुए इस प्रकार कार्य करना है जिससे हम प्रदेश में कोरोना पर पूर्ण नियंत्रण पा सकें।
मुख्यमंत्री श्री चौहान आज मंत्रालय में प्रदेश में कोरोना की स्थिति एवं व्यवस्थाओं की समीक्षा कर रहे थे। बैठक में स्वास्थ्य मंत्री श्री नरोत्तम मिश्रा मुख्य सचिव श्री इकबाल सिंह बैंस डीजीपी श्री विवेक जौहरी अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य श्री मोहम्मद सुलेमान प्रमुख सचिव श्री संजय शुक्ला आदि उपस्थित थे। इस अवसर पर रतलाम एनआईसी कक्ष में कलेक्टर श्रीमती रुचिका चौहान पुलिस अधीक्षक श्री गौरव तिवारी सीईओ जिला पंचायत श्री संदीप केरकेट्टा मेडिकल कॉलेज डिन संजय दीक्षित अपर कलेक्टर श्रीमती जमुना भिड़े सीएमएचओ डॉ. प्रभाकर ननावरे आदि उपस्थित थे।
कलेक्टर श्रीमती रुचिका चौहान ने मुख्यमंत्री को रतलाम जिले में कोरोना के नेगेटिव पॉजिटिव प्रकरण कोविड- हॉस्पिटल से डिस्चार्ज हुए मरीजों की संख्या, कंटेनमेंट क्षेत्र, क्वॉरेंटाइन व्यक्तियों की संख्या इत्यादि जानकारी से अवगत कराया। कलेक्टर द्वारा जिले में अब तक समर्थन मूल्य पर उपार्जित गेहूं की मात्रा, कृषक भुगतान, परिवहन की जानकारी भी मुख्यमंत्री को दी गई।
आज तीन वार्ड ग्रीन जोन में
भोपाल जिले की समीक्षा में कलेक्टर ने बताया कि भोपाल की स्थिति में निरंतर सुधार हो रहा है। हमारे 354 मरीज स्वस्थ होकर घर वापस चले गए हैं। आज 3 वार्ड ग्रीन जोन में बदल गए हैं। धीरे-धीरे पूरा शहर ग्रीन जोन में तब्दील हो जाएगा।
अनावश्यक प्रतिबंध ना लगाएं
मुख्य सचिव श्री बैंस ने निर्देश दिए कि ग्रीन जोन एवं ऑरेंज जोन क्षेत्रों में अनावश्यक प्रतिबंध न लगाए जाएं। हमें अर्थव्यवस्था को पुनर्स्थापित भी करना है।
रात हो या दिन, कहीं भी भीड़ न लगे
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा है कि सभी जिलों में इस बात की पूरी सतर्कता रखी जाए कि चाहे रात हो अथवा दिन कहीं भी लोग इकट्ठे ना हो, कहीं भी भीड़ ना लगे।
जो ठीक हो जाए, उन्हें भी 14 दिन क्वॉरेंटाइन में रखा जाए
एसीएस हेल्थ ने कहा कि जो मरीज कोरोना से स्वस्थ होकर घर लौट रहे हैं, उन्हें भी 14 दिन क्वॉरेंटाइन में रखे जाना आवश्यक है। ऐसा न करने पर पुनः संक्रमण का खतरा हो सकता है। घर में क्वॉरेंटाइन की व्यवस्था यदि नहीं है तो संस्थागत क्वॉरेंटाइन किया जाए।
एमडब्ल्यू के प्रयोग के अच्छे परिणाम
एम्स भोपाल के डायरेक्टर ने बताया कि कोरना के इलाज में माइक्रोबैक्टेरियम डब्लू दवा के प्रयोग के अच्छे परिणाम आए हैं। शीघ्र ही जापान में प्रयोग की जा रही फेवीपायरेविर दवा का भी उपयोग किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि मरीजों को सर्वश्रेष्ठ उपचार उपलब्ध कराया जाए। इसमें राज्य सरकार पूरी मदद करेगी।
पूरी संवेदना से करें मजदूरों को वापस लाने का कार्य
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने निर्देश दिए कि दूसरे प्रदेशों में फंसे हमारे मजदूरों को प्रदेश लाने का काम पूरी संवेदना के साथ किया जाए। उन्हें वापस लौटने में किसी भी प्रकार की कोई परेशानी नहीं होनी चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि मजदूरों को लाने के लिए ट्रेनों की व्यवस्था की गई है, परंतु जो स्थान अधिक दूर नहीं है वहां से बसों के माध्यम से भी मजदूरों को लाया जा सकता है।
57 लाख 50 हजार एमटी गेहूं उपार्जित
समर्थन मूल्य पर गेहूं उपार्जन के विषय में बताया गया कि प्रदेश में अभी तक 9 लाख 55 हज़ारकिसानों से 57 लाख 50 हजार एमटी गेहूं समर्थन मूल्य पर खरीदा जा चुका है। इसमें से 47 लाख एमटी गेहूं का परिवहन भी किया जा चुका है तथा 06 लाख किसानो को 5500 करोड रुपए का भुगतान भी कर दिया गया है।