रतलाम,9 मार्च(खबरबाबा.काम)। लगभग 10 करोड़ के बहुचर्चित राशन घोटाले में आरोपी जिला आपूर्ती अधिकारी को पुलिस शुक्रवार को इंदौर से अभिरक्षा में रतलाम लाई। खराब स्वास्थ्य के चलते उन्हे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। ज्ञातव्य है कि राशन घोटाले के मामले में 14 जनवरी को स्टेशन रोड थाने में शहर एसडीएम ने जिला आपर्ती अधिकारी आर.सी.जांगड़े सहित छह अधिकारियों और आठ राशन दुकान संचालकों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में प्रकरण दर्ज कराया था और तभी से पुलिस आरोपियों की तलाश कर रही है।
सीएसपी विवेकसिंह चौहान ने इस मामले में जानकारी देते हुए बताया कि राशन घोटाले में आरोपी जिला आपूर्ती अधिकारी आर.सी.जांगडे सहित अन्य आरोपियों की पुलिस प्रकरण दर्ज होने के बाद से तलाश कर रही थी। सूचना के आधार पर इंदौर से उन्हे पुलिस अभिरक्षा में लिया गया है। उनका स्वास्थ्य खराब होने पुलिस उन्हे जिला अस्पताल लेकर पहुंची, जहां उन्हे भर्ती कर लिया गया। सीएसपी विवेकसिंह चौहान ने बताया कि पुलिस श्री जांगड़े का इलाज होने के उपरांत उनसे राशन घोटाले के मामले में पुछताछ करेगी और उसके बाद प्रकरण में नियमानुसार आगे की कार्रवाई करेगी।
क्या है पुरा मामला
शहर की राशन दुकानों पर बडी संख्या में फर्जी गरीबी राशन कार्डो के आधार पर सस्ता राशन बेचे जाने की शिकायतें मिलने के बाद तत्कालीन कलेक्टर बी.चन्द्रशेखर ने 26 अप्रैल 2017 को राशन दुकानों की जांच के आदेश दिए थे। जांच के दौरान जांच दलों ने एक-एक राशन दुकानों पर पहुंच कर राशन कार्डों को सत्यापित करने का काम किया। करीब आठ महीने चली जांच में हजारों की संख्या में फर्जी परिवारों का पता चला, जिनके नाम पर गरीबी रेखा के राशन कार्ड बनाए गए थे और सस्ता अनाज इन राशन कार्डो के नाम पर आवंटित कर खुले बाजार में महंगे दामों पर बेचा जा रहा था। जांच के दौरान हर राशन की दुकान में औसत 1 करोड़ से ज्यादा का घोटाला मिला है। कुल 8 दुकानों की जांच की गई जिसमें 9.80 करोड़ का घोटाला सामने आया है। इस मामले में जांच के बाद खाद्य एनं निगम में पदस्थ अधिकारियों सहित आठ राशन दुकान संचालकों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था।
सिर्फ 8 दुकानों की जांच में 10 करोड़ का घोटाला
सिटी एसडीएम अनिल भाना द्वारा आठ राशन दुकानों की जांच में कुल 9 करोड 80 लाख रुपए का घोटाला सामने आया। जांच रिपोर्ट के आधार पर 14 जनवरी 2018 को शहर एसडीएम अनिल भाना ने स्वयं स्टेशन रोड थाने पर पहुंच कर शासकीय अधिकारियों व राशन दुकान संचालकों के विरुद्ध आपराधिक प्रकरण दर्ज करवाए। इस मामले में जिला आपूर्ति अधिकारी रमेशचन्द्र जांगडे, कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी वंदना बंबेरिया, सहा.आपूर्ति अधिकारी मुकेश पाण्डे, नगर निगम के तत्कालीन स्वास्थ्य अधिकारी राजेन्द्र सिंह पंवार, तत्कालीन स्वास्थ्य निरीक्षक रवीन्द्र ठक्कर, पोर्टल ठेकेदार यशवन्त गर्ग तथा आठ राशन दुकान संचालकों के विरुद्ध गबन,धोखाधडी, कूट रचित दस्तावेजों से षडयंत्र करना, आवश्यक वस्तु अधिनियम और आईटी एक्ट इत्यादि की विभिन्न धाराओं में प्रकरण दर्ज किए है। इस मामले में आरोपियों की तलाश के साथ ही पुलिस की जांच भी जारी है।
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