रतलाम,15 जून(खबरबाबा.काम)। जिले के रिंगनोद थाना क्षैत्र की ढोढर चौकी अंतर्गत ग्राम माननखेड़ा में एक ढाबे के पीछे खेत में मिली लाश के मामले में पुलिस बाछड़ा डेरे की एक युवती सहित तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों में युवती का भाई भी शामिल है, जिसकी पुलिस तलाश कर रही है। पुलिस के अनुसार मात्र चंद रुपयों के लालच में आरोपियों ने हत्या की वारदात को अंजाम दे दिया। हत्या के बाद आरोपियों के हिस्से में एक हजार रुपए से लेकर पंद्रह सौ रुपए तक आए।
शुक्रवार को पुलिस कंट्रोल रुम पर एसपी अमित सिंह और एएसपी प्रदीप शर्मा ने इस मामले का खुलासा किया। एसपी श्री सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि 30 मई 2018 को ढोढर क्षैत्र के ग्राम मामनखेड़ा में एक ढाबे के पीछे कारुलाल के खेत में एक व्यक्ति की सिर कुचली लाश मिली थी। प्रांरभिक रुप से ही पुलिस को मामला हत्या का प्रतित हुआ, जिसमें मृतक की पहचना छिपाने के लिए पत्थर से चेहरा कुचल दिया गया था। इस अंधेकत्ल को एसपी अमित सिंह ने चुनौती के रुप में लिया और एएसपी प्रदीप शर्मा और एसडीओपी जावरा (ग्रामीण) डी.आर.माले के मागदर्शन में एक टीम का गठन किया। पुलिस के सामने पहली चुनौती मृतक की शिनाख्त करने की थी। पतारसी के दौरान टीम को मुखबीर द्वारा एक व्यक्ति के गुमशुदा होने की जानकारी मिली,जिसके बाद मृतक की शिनाख्ती के लिए पुलिस ने गुमशुदा व्यक्ति के परिजनों को ढोढर चौकी पर बुलाया। पुलिस ने परिजनों को मृतक के कपड़े और फोटोग्राफ दिखाए, जिस पर मृतक के भाई ईश्वरलाल ने उसकी शिनाख्त उसके बड़े भाई और गुमशुदा दिनेश पिता प्यारचंद निवासी कनघट्टी जिला मंदसौर के रुप में की। मृतक बस आपरेटर था।
चंद रुपयो के लालच में की हत्या
एसपी अमित सिंह ने बताया कि मृतक दिनेश की हत्या की जांच में साइबर सेल और पुलिस की टीम लगी हुई थी। जांच के दौरान ही पुलिस को दिलीप पिता भगवान निवासी माननखेड़ा पर शंका हुई। पुलिस ने दिलीप को थाने बुलाकर पुछताछ की तो उसने सारी बात कबुल ली। आरोपी दिलीप ने बताया कि वह मृतक को जानता था। 28 मई को मृतक दिनेश, दिलीप और उसका दोस्त उम्मेदराम पिता दौलतराम निवासी माननखेड़ा साथ में थे। पुलिस को दिलीप ने जो बताया उसके अनुसार तीनों ने साथ में शराब पी, जिसके बाद तीनों बाछड़ां डेरे पर गए। वहां बांछड़ा डेरे पर मौजुद युवती ने उसके भाई अरविंद,उम्मेदराम एवं दिलीप को दिनेश के पास काफी रुपए होने की बात कही, जिसके बाद आरोपी अरविंद, दिलीप और उम्मेदराम मृतक दिनेश को ढाबे के पीछे स्थित खेत में ले गए। वहां तीनों आरोपियों ने दिनेश से रुपए देने के लिए कहा, लेकिन उसने रुपए देने से साफ मना कर दिया, जिस पर आरोपियों ने उसे पकड़कर जमीन पर गिरा दिया और अरविंद ने एक बड़ा पत्थर उठाकर दिनेश के सिर पर मार दिया, जिससे उसकी मौत हो गई। हत्या के बाद आरोपियों ने लाश को खेत में थोड़ा और पीछे ले जाकर रख दिया। आरोपियो ने मृतक की जेब से कुल 5200 रुपए और एक मोबाइल निकाल लिया। पुलिस के अनुसार इनमें से 1200 रुपए दिलीप, 1500 रुपए अरविंद और 1500 रुपए उम्मेदराम ने रख लिए और एक हजार रुपए बांछड़ा डेरे की युवती याने अरंविंद की बहन को दिए। दिलीप ने बताया कि रुपए उसने शराब और पार्टी में खर्च कर दिए। पुलिस ने दिलीप से पुछताछ के आधार पर उम्मेदराम और युवती को भी गिरफ्तार कर लिया, जबकि अरविंद फरार है, जिसकी तलाश की जा रही है। पुलिस ने गिरफ्तार युवती और उम्मेदराम से एक-एक हजार रुपए भी जब्त किए है।
इनकी रही भूमिका
इस अंधेकत्ल को सुलझाने और आरोपियों को गिरफ्तार करने में रिंगनोद थाना प्रभारी एसआई सुधांशु मालवीय, एसआई अमितसिंह कुशवाह, एएसआई ओमप्रकाश यादव, साबिर खान, प्रधान आरक्षक दिलीप खाती,कोदरसिंह, महेश मिश्रा, आरक्षक कमलेश पांडे, संजय आंजना, ललितसिंग जगावत, नीतिन जोशी, मनोहर, राजपालसिंह, उर्मिला जैसावार सहित साईबर टीम के प्रधान आरक्षक लक्ष्मीनारायण, आरक्षक रितेश की मत्वपूर्ण भूमिका रही। एसपी अमित सिंह ने टीम को दस हजार का पुरस्कार देने की घोषणा की है।
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