रतलाम,12 जून(खबरबाबा.काम)। जमीन के रेकार्ड में हेराफेरी और उसके बाद निचले स्तर से लेकर सीएम तक लगातार आवेदन के बाद भी कार्रवाई नहीं होने से परेशान एक वकील और कृषक को मंगलवार को कलेक्टोरेट परिसर में धरने पर बैठना पड़ा। आरोप है कि गांव के तीन पूर्व पटवारियों और भू अभिलेख अधीक्षक ने उनकी निजी कृषि भूमि के रेकार्ड में हेराफेरी की है और वे वर्ष 2010 से लगातार शिकायत और आवेदन कर रहे है, लेकिन कहीं कोई कार्रवाई नहीं हो रही है, मजबूर होकर उन्हे धरने पर बैठना पड़ा है।
ग्राम बिरमावल निवासी कृषक एवं एडवोकेट शिवराम पाटिल ने जमीन के रेकार्ड में हेराफेरी करने वाले अधिकारी कर्मचारियों के खिलाफ कार्यवाही की मांग को लेकर 12 जून को कलेक्टोरेट में धरना दिया। उनके साथ बार एसोसिएशन के पदाधकारी और अन्य अभिभाषक भी धरने पर बैठे। यहां पत्रकारों से चर्चा करते हुए श्री पाटील ने बताया कि ग्राम बिरमावल स्थित उनके निजी स्वामित्व की सर्वे क्र. 1567,1568 और 1569 की कृषि भूमि के नक्शे तथा खाते खसरे व राजस्व रेकार्ड में तत्कालीन पटवारी तथा तत्कालीन एसएलआरद्वारा हेराफेरी की गई है और किसी अन्य के नाम पर कर दी। इन सभी के विरुध्द कार्यवाही की मांग को लेकर श्री पाटिल ने वर्ष 2010 से कई बार उच्चाधिकारियों को आवेदन दिए,लेकिन आज दिनांक तक कोई कार्यवाही नहीं की गई। श्री पाटिल ने कहा है कि वे सीएम तक को भी आवेदन दे चुके है, लेकिन न उनकी सुनवाई हुई,नाही कोई कार्रवाई हुई। श्री पाटील का कहना है कि शिकायत पर कोई कार्यवाही नहीं किए जाने से निराश होकर अब वे गांधीवादी सत्याग्रह करने के लिए विवश हो रहे है।श्री पाटिल ने अपने धरने की सूचना महामहिम राज्यपाल से लगाकर मुख्यमंत्री तक को भेजी है।उनका कहना है कि सुनवाई नहीं होने पर वे क्रमिक धरना आंदोलन करेगें। धरने के अवसर पर बार एसोसिएशन अध्यक्ष संजय पंवार, सचिव दिपक जोशी,सतीश पुरोहित, दशरथ पाटीदार, संतोष त्रिपाठी, सतीश त्रिपाठी सहित अन्य एडवोकेट भी मौजुद थे।