रतलाम/सैलाना,18अक्टूबर(खबरबाबा.काम)। नगर परिषद सैलाना में अध्यक्ष -उपाध्यक्ष के चुनाव को लेकर दो दिन से चल रहे राजनीतिक घटनाक्रम के बीच कांग्रेस ने बाजी मारते हुए अध्यक्ष पद पर अपना कब्जा बरकरार रखा।
सैलाना में मंगलवार को नगर परिषद के अध्यक्ष एवं उपाध्यक्ष का चुनाव हुआ । अध्यक्ष पद पर कांग्रेस के चैतन्य शुक्ला ने भाजपा समर्थित निर्दलीय उम्मीदवार विशाल धबाई को तीन मतों से पराजित किया। उपाध्यक्ष पद पर भी कांग्रेस की सुनिता पाठक की जीत हुई।
कांग्रेस की जीत से कांग्रेस कार्यकतार्ओं में खुशी की लहर दौड़ गई व उन्होंन विधायक हर्षविजय गेहलोत एवं नवनिर्वाचित अध्यक्ष शुक्ला एवं उपाध्यक्ष पाठक को स्वागत कर उन्हें बधाई दी।
मतदान के पहले कांग्रेस व भाजपा कार्यकतार्ओं में विवाद की स्थिति बन गई। हंगामा होने लगा तो पुलिस मौके पर पहुंची व हल्का बल प्रयोग कर दोनों दलों के कार्यकतार्ओं को मतगणना स्थल के पास से हटाया। उल्लेखनीय है कि 15 सदस्यीय सैलाना नगर परिषद में कांग्रेस के नौ, भाजपा के चार व दो निर्दलीय पार्षद इस बार चुनाव जीते है। कांग्रेस की तरफ से पहले पूर्व अध्यक्ष जगदीश पादीदार को उम्मीदवार बनाने की संभावना थी, लेकिन उनके खिलाफ चुनाव के ठीक एक दिन पहले धोखाधड़ी का प्रकरण दर्ज होने पर कांग्रेस ने रणनीति बदली और चैतन्य शुक्ला को उम्मीदवार बनाकर मैदान में उतारा। भाजपा ने अपना उम्मीदवार खड़ा न करके निर्दलीय प्रत्याशी विशाल धभाई को समर्थन दिया।
दोपहर में मतदान के बाद मतगणना की गई। कांग्रेस के चैतन्य शुक्ला को नौ व निर्दलीय प्रत्याशी विशाल धभाई को छह वोट मिले। अध्यक्ष पद के बाद उपाध्यक्ष पद की प्रक्रिया शुरू की गई। उपाध्यक्ष के चुनाव में भाजपा के कुलदीप कुमावत एवं कांग्रेस की सुनिता पाठक ने नामांकन जमा किया। कांग्रेस की सुनिता पाठक ने जीत दर्ज करते हुए नौ मत प्राप्त किए , कुमावत को छह मत ही प्राप्त हुए।
भाजपा ने दिया धरना , पूर्व अध्यक्ष को गिरफ्तार करने की मांग
नगर परिषद के पूर्व अध्यक्ष जगदीश पाटीदार व दो पूर्व सीएमओ के खिलाफ धोखाधड़ी का प्रकरण दर्ज होने के दूसरे दिन मंगलवार को सैलाना नगर में राजनीतिक माहौल गर्मा गया। भाजपा नेता व कार्यकतार्ओं ने सैलाना थाना के सामने धरना देकर पूर्व अध्यक्ष जगदीश पाटीदार को गिरफ्तार करने की मांग की। उल्लेखनीय है कि पूर्व अध्यक्ष जगदीश पाटीदार, पूर्व सीएमओ हीरालाल सोनावा व तेजसिंह पंवार के खिलाफ अध्यक्ष व उपाध्यक्ष चुनाव के ठीक एक दिन पहले प्रशासन ने सैलाना थाना में धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराया।
22 साल पुराने मामले में हुई एफआईआर
नगर परिषद सैलाना के सीएमओ गोविंदकुमार पोरवार ने 17 अक्टूबर को पुलिस को प्रतिवेदन भेजकर बताया कि आठ जून 1994 से नौ जनवरी 2000 के बीच शुष्क शौचालयों को जलवाहित शौचालयों में परिवर्तित करने की योजना लागू की गई थी। वर्ष 2016 में तत्कालीन एसडीएम सैलाना ने मामले की जांच की तो पाया कि बगैर कार्य हुए ठेकेदार को भुगतान कर दिया गया। जबकि शुष्क शौचालायों को जलवाहित शौयालयों में परिवर्तित ही नहीं किया गया।
जांच प्रतिवेदन के आधार पर आरोपित जगदीश पाटीदार, हीरालाल सोनावा व तेजसिंह पंवार के खिलाफ एफआइआर दर्ज की जाए। इस पर पुलिस ने तीनों के खिलाफ भादंवि की धारा 420, 34 में प्रकरण दर्ज किया। इसे लेकर मंगलवार को सुबह अध्यक्ष व उपाध्यक्ष चुनाव के पहले भाजपा नेता विजय चारेल के नेतृत्व में बड़ी संख्या में कार्यकर्ता सैलाना थाना के सामने पहुंचे व नारेबाजी करते हुए पाटीदार को गिरफ्तार करने की मांग करते हुए धरने पर बैठ गए। थाना प्रभारी शिवमंगलसिंह सेंगर ने उनसे चर्चा कर बताया कि अभी प्रकरण से संबंधित दस्तावेज फरियादी पक्ष ने उपलब्ध नहीं कराए है। पहले वे दस्तावेज तो उपलब्ध कराए, जांच की जा रही है। कुछ देर बाद धरना समाप्त किया गया।
कांग्रेस ने मनाया जश्न, विधायक बोले सत्य की जीत हुई
कांग्रेस की जीत के बाद कांग्रेस कार्यकर्ताओ में जश्न छा गया। ढोलढमाको एवं आतिशबाजी से दिवाली के पूर्व ही दीवाली मन गई।
जीत पर मीडिया से चर्चा करते हुए सैलाना के विधायक व जिला कांग्रेस अध्यक्ष हर्ष विजय गहलोत ने कहा कि भाजपा ने अलोकतांत्रिक तरीके से प्रशासन के कंधे पर बंदूक रखकर जो खेल खेला था उसकी हार हुई है। भाजपा ने पूरा प्रयास किया था कि अध्यक्ष का चुनाव कांग्रेस नहीं जीते, सत्य की हमेशा जीत होती है।