
28मार्च2023।आसमान में अनोखी खगोलीय घटनाओं पर नजर रखने वाले स्काईवॉचर्स के लिए मार्च में एक सुनहरा मौका सामने आया है। बृहस्पति, बुध, शुक्र, यूरेनस और मंगल ग्रह रात के आसमान में एक साथ दिखाई देंगे। नासा के वैज्ञानिक बिल कूक के मुताबिक ये ग्रह आज 28 मार्च को आसमान में एकसाथ दिखेंगे, जो बेहद खूबसूरत नजारा होगा।
पूरी दुनिया में दिख सकता है नजारा
अनुमान के मुताबिक ये ग्रह चांद के करीब पूरी दुनिया में दिखाई दे सकते हैं। फिर भी इसका सबसे बेहतरीन नजारा सूरज ढलने के साथ दिखाई देगा। स्काई के एडिटर रिक फिएनबर्ग ने कहा, ‘सूर्यास्त की प्रतीक्षा करें और फिर आकाश में देखें। आपको हल्की रोशनी वाले बुध के बगल में बृहस्पति दिखाई देना चाहिए।’
चंद्रमा के करीब होगा मंगल
फिएनबर्ग के मुताबिक शुक्र आकाश में ऊंचा होगा और आसानी से देखा जा सकेगा। शुक्र के करीब ही यूरेनस होगा जो फीका दिखाई दे सकता है। दूरबीन के जरिए इसे साफ देखा जा सकेगा। चंद्रमा के पास ही मंगल ज्यादा चमकीला दिखाई देगा।
एक लाइन में नहीं होंगे ग्रह
यह खगोलीय घटना वास्तव में एक संरेखण नहीं है। यानी ये ग्रह एक लाइन में नहीं दिखेंगे। लेकिन यह एक ही समय पर पांच अलग-अलग ग्रहों को आकाश में देखने का अवसर देता है।
कैसे और कहां देख सकेंगे?
आप इन पांच ग्रहों को मंगलवार को देख सकेंगे। NASA के मुताबिक, आप इस नजारे को पृथ्वी के किसी भी कोने से देख सकेंगे। हालांकि, आप अपनी आंखों से केवल बृहस्पति, शुक्र और मंगल ग्रह को ही आसानी से देख सकेंगे। जहां शुक्र ग्रह सबसे चमकदार दिखाई देगा तो वहीं मंगल ग्रह आपको लाल लाइट में चांद के पास दिखाई देगा।लेकिन अगर आप बुध और यूरेनस को भी देखना चाहते हैं तो आपको बायनोक्युलर्स का इस्तेमाल करना पड़ेगा।
शाम 7:30 बजे देखें नजारा
एस्ट्रोनॉमर्स के मुताबिक, इन पांचों ग्रह को देखने के लिए देर न करें। क्योंकि सूर्यास्त के लगभग आधे घंटे बाद बुध और बृहस्पति जल्दी से डूब जाएंगे और आप उन्हें नहीं देख सकेंगे. आप इन्हें सूर्यास्त के बाद शाम करीब 7:30 बजे के आसपास देख सकेंगे। हालांकि, एस्ट्रोनॉमर्स के ये भी कहना है कि आप इन सबको देख पाएंगे इसका मतलब यह नहीं है कि ये धरती के पास हैं
चांद के करीब आया था शुक्र
ग्रहों का एक लाइन में आना पिछले साल देखा गया था। तब बुध, शुक्र, मंगल, बृहस्पति और शनि ग्रह आकाश में एक लाइन में दिख रहे थे। तब यह 18 साल बाद एक साथ लाइन में आए थे। इससे पहले शुक्रवार को चांद के करीब शुक्र ग्रह को देखा गया था।