रतलाम(खबरबाबा. कॉम)।नगर सरकार सुप्रीमो महापौर डॉ सुनीता यार्दे और उनके चहेतों के कारण हर तरफ महापौर सहित निगम प्रशासन और नगर सरकार के खिलाफ जनता आक्रोशित होती जा रही है जो अब सड़को पर जवाब देने के मूड में आती दिख रही है । जिसका ताजा नज़ारा आज रात उस समय देखने को मिला जब रामगढ़ में तेजाजी मंदिर में मेंले का उदघाटन करने पहुची महापौर एवं निगम अधिकारियों का जनता द्वारा विरोध किया गया । बताया जाता है कि जनता के द्वारा किये गए सवालों का जवाब देने से महापौर डॉ यार्दे बचती नजर आयी,जनता ने मेले के नाम पर लाखो रुपये स्वीकृत करवाने वाली निगम पर सिर्फ भ्रष्टाचार करने का आरोप लगाया है । नागरिको का कहना था कि मेले के नाम पर कुछ भी व्यवस्था नही की,ओर जब जनता ने महापौर और अधिकारियो को घेर कर जवाब मांगना चाहा तो जवाब देने से भागते नजर आए ,और स्वागत के लिए आये चाय नाश्ता भी नही किया और मंच की तरफ चले गए।महापौर और निगम अधिकारी और तो ओर वार्ड पार्षद विजयलक्ष्मी विनोद राठौड़ को भी मेला समिति की बैठक में नही बुलाया गया , जिससे नाराज पार्षद ने मेले का उद्घाटन करने पहुची महापौर ओर निगम अधिकारीयो का सम्मन करने से भी बहिष्कार कर दिया और उन्हें बिना सम्मान समारोह किये ही वहॉ से मंच की ओर भागना पड़ा । नागरिको ने महापौर से जब यह सवाल किया कि जब मेले का आयोजन होना था तो सड़क पर पेंच वर्क तक क्यों नही हुआ , इस सवाल का जवाब महापौर नही दे सकी और उपयुक्त और एक आवभगत करने के स्पेस्लिस्ट निगमकर्मी की तरफ ही असहाय होकर देखती रही । नागरिको ने मेलो आड़ में जमकर कमीशनखोरी का आरोप लगाते हुए कहा कि अब तो मेलो का सीजन है , हर तरफ से कमायी होगी , लेकिन ज़रा जनता की भी सुध ले लो……! मेले में भजन संध्या नही होने पर भी आपत्ति ली गई ,जिस पर ताबड़ तोड़ भजन संध्या करवा कर आक्रोश शांत किया , मौके का फायदा उठाते हुए भजन गाने आयी मंडली कुछ ही भजनो की प्रस्तुति देकर चली गयी ।