बादाम यूं तो आपके लिए बहुत फायदेमंद होता है, लेकिन इसकी अति आपको नुकसान पहुंचा सकती है। इसलिए आपको बादाम से अधकि सेवन से बचना चाहिये।
गुणकारी बादाम के खतरे
बादाम बहुत पौष्टिक होते हैं। इनमें वसा की मात्रा अधिक होती है, लेकिन ट्रांस फैट बहुत कम होता है। साथ ही इसमें कोलेस्ट्रोल भी नहीं होता। बादाम में कैल्शियम, फास्फोरस, विटामिन ई, फाइबर और एंटी ऑक्सीडेंट्स होते हैं जो आपकी सेहत का पूरा खयाल रखते हैं। बादाम के सेवन से कोलेस्ट्रॉल को भी नियंत्रित किया जा सकता है। क्योंकि बादाम में इतने गुण होते हैं, इसलिए कई लोग इसका जरूरत से अधिक सेवन करने लगते हैं, जो हमारी सेहत को नफा कम नुकसान ज्यादा पहुंचाता है। आइये जानें क्या हैं वे नुकसान –
वजन बढऩा
हालांकि बादाम कोलेस्ट्रॉल घटाने में मदद करते हैं, लेकिन इनमें वसा और कैलोरी की मात्रा बहुत अधिक होती है। हर औंस (लगभग 28 ग्राम) बादाम में 14 ग्राम फैट और 163 कैलोरी होती है। अगर आप बादाम से ली गईं कैलोरी को बर्न करने में नाकाम रहते हैं, तो यह आपका वजन बढ़ा सकता है। 2000 कैलोरी की सामान्य डायट का 20-35 फीसदी हिस्सा ही बादाम से आना चाहिये, वरना आपका वजन बढ़ सकता है।
अधिक मैगनीज
बादाम में मैगनीज भी काफी मात्रा में होता है। सामान्यत: लोगों को 1.8 मिलीग्राम से 2.3 मिलीग्राम मैगनीज की जरूरत होती है। एक औंस बादाम में 0.6 मिलीग्राम मैगनीज होता है। लेकिन ज्यादा बादाम खाने से यह तत्व हमारे शरीर में जरूरत से ज्यादा पहुंच जाता है। इसकी अधिक मात्रा कई दवाओं के साथ क्रिया कर सकती है। कई एंटीसेप्टिक और रक्तचाप के लिए ली जाने वाली दवायें आपके शरीर पर बुरा असर डाल सकती हैं।
विटामिन ई का ओवरडोज
बादाम में विटामिन ई बहुत अधिक मात्रा में होता है। हर औंस बादाम में 7.4 मिलीग्राम विटामिन ई होता है। यह हमारी रोजमर्रा की जरूरत का लगभग आधा हिस्सा है। अगर आप बादाम के साथ ऐसे आहार, जिसमें विटामिन ई की मात्रा काफी अधिक है, का सेवन कर रहे हैं तो आप विटामिन ई के ओवरडोज के शिकार हो सकते हैं। साबुत अनाज, दलिया, अंडा और पालक आदि में विटामिन ई काफी अधिक होता है। विटामिन ई की अधिक मात्रा से सिरदर्द, थकान, डायरिया और पेट फूलना जैसी परेशानियां हो सकती हैं।
गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल समस्या
बादाम के हर औंस में 3.5 ग्राम फाइबर होता है। यह आपके पाचन क्रिया के लिए अच्छा होता है क्योंकि बेहतर पाचन क्रिया के लिए आपको रोजाना 25-38 ग्राम फाइबर की जरूरत होती है। अगर आप अधिक फाइबर का सेवन करते हैं तो आपको पाचन क्रिया संबंधी परेशानियां हो सकती हैं। अगर आप बादाम अधिक खाते हैं, तो आपको पानी भी अधिक मात्रा में पियें ताकि शरीर सारे फाइबर का इस्तेमाल कर सके।
सामान्य लोगों के लिए बादाम की मात्रा
सामान्य लोगों को रोजाना एक औंस बादाम से अधिक नहीं खाना चाहिये। बादाम की सही मात्रा का सेवन करने के लिए उन्हें गिनने के बजाय उनका वजन करें। बादाम का आकार छोटा-बड़ा हो सकता है, इससे अधिक मात्रा में बादाम का सेवन करने का खतरा होता है।
वजन कम करने वाले
अगर आप अपना वजन कम करना चाहते हैं, तो आप बादाम का सेवन कर सकते हैं। हालांकि, आपको इस बात का ध्यान रखना चाहिये कि इसमें वसा की मात्रा अधिक होती है। इसलिए इसका जरूरत से ज्यादा सेवन अच्छा नहीं होता। इसलिए जरूरी है कि आप रोजाना 1.5 औंस से अधिक बादाम का सेवन न करें। क्योंकि बादाम में अधिक मात्रा में फाइबर होता है, इसलिये यह लंबे समय तक आपको पेट भरा होने का अहसास कराता है।
मरीजों के लिए
जिन लोगों को किडनी में पथरी या गॉल ब्लेडर संबंधी कोई बीमारी है, उन्हें बादाम का सेवन नहीं करना चाहिये। बादाम में ऑक्सलेट अधिक होता है, जो ऐसे लोगों के लिए ठीक नहीं। कुछ लोगों को बादाम के प्रोटीन से एलर्जी होती है, उन्हें भी इसका सेवन नहीं करना चाहिये। आपको कड़वा बादाम कच्चा नहीं खाना चाहिये क्योंकि इसमें प्यूसिक एसिड और हाइड्रोसिनिक एसिड होता है जो विषैले होते हैं।
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