रतलाम(खबरबाबा.काम)। कलेक्टर श्रीमति तन्वीं सुद्रियाल नें राज्य बिमारी सहायता निधी के अन्तर्गत एक ही दिन में नौ मरीजों के उपचार के लिये लगभग ग्यारह लाख उन्तालीस हजार दो सौ अडतीस रूपयें की राशि स्वीकृत कर गरीबों को राहत पहुचाई है।
आठ साल की कुमारी शानु पिता शिवलाल निवासी हाटपिपलिया तहसील जावरा जिला रतलाम ने सरकार से न्यूरों सर्जरी कराने के लिये गुहार लगाई थी। शानु के ईलाज के लिये डॉक्टरों ने एक लाख पिचहत्तर हजार रूपयें का एस्टीमेंट दिया था। इस पर कार्यवाही कर राशि स्वीकृत की गई। पॉच साल की कुमारी श्यामा पिता संजय निवासी पाटन तहसील आलोट को मेदान्ता हॉस्पीटल इन्दौर में उपचार कराने के लिये एक लाख छियान्वें हजार दौ सौ अडतीस रूपयें की राशि न्यरों सर्जरी के लिये स्वीकृत कर अस्पताल के खातें मे भेजी जायेगी।
अन्य मरीजों मन्जु वर्मा जवाहर नगर को उपचार के लियें सिन्तानवेें हजार रूपयें, भारतसिंह निवासी ग्राम खजुरिया तहसील जावरा को उपचार के लिये सिन्तानवे हजार रूपयें, छोटेशाह निवासी मंडावल तहसील ताल को उपचार के लिये एक लाख रूपयें, ईसरार एहमद निवासी धानमंदी के उपचार के लिये एक लाख पचास हजार रूपयें, श्री राजेन्द्र श्रीवास्तव निवासी थावरिया बाजार के उपचार के लिये सिन्तानवें हजार रूपयें, श्रीमति निलोफर बी निवासी मकनपूरा तहसील जावरा के उपचार के लिये एक लाख तीस हजार रूपयें की सहायता राशि स्वीकृत की गई है।
ये है योजना
राज्य बिमारी सहायता निधी योजना अन्तर्गत जिले के स्थाई निवासी बीपीएल परिवार के सदस्यो को चिन्हित अस्पताल का चिन्हित बिमारी का एस्टींमेट प्रस्तुत करने पर अस्पताल में निर्धारित पैकेज अनुसार अधिकतम दो लाख रूपयें तक की राशि भेजकर उपचार कराया जाता है। किसी भी स्थिति में मरीज को सीधे राशि नही दी जाती है। तथा उपचार कराने से पहले एस्टीमेट देना आवश्यक है, उपचार कराने के बाद क्लेम नही दिया जाता हैै।
यह है प्रक्रिया
योजना में आवेदन के भाग-2 पर सक्षम अधिकारी से बीपीएल प्रमाणीकरण पर हस्ताक्षर कराने होते है, बीमारी के चिन्हित बिमारी की सूची में होने तथा चिन्हित अस्पताल का एस्टीमेंट होने का प्रमाणीकरण आवेदन के भाग-3 पर सिविल सर्जन द्वारा किया जाता है। चिन्हित अस्पतालों की मान्यता राज्य स्तर से बदलती रहती है, अत: चिन्हित अस्पतालों की मान्यता संबंधी जानकारी सीएमएचओं कार्यालय जिला रतलाम से ली जा सकती है।
समिति से होती है अनुशंसा
जिला स्तरीय समिति के अध्यक्ष प्रभारी मंत्री है जिनकी स्वीकृति की प्रत्याशा में जिला कलेक्टर द्वारा सदस्य बतौर स्वीकृति दी जाती है, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी समिति के सचिव है। अशासकीय सदस्य वर्तमान में डॉ.लीला जोशी, डॉ.के.सी.पाठक तथा चन्दनमल पिरौदिया है। सिविल सर्जन समिति में सदस्य है।
समय समय पर जन प्रतिनिधी रूचि लेकर करते है सहायता
जिले के सासंद तथा क्षैत्रीय विधायक प्रकरणों में रूचि लेकर आवेदकों के प्रकरण स्वीकृत करानें में अनुशंसा पत्र लिखकर योजना का लाभ दिलाने में सहयोग करते है।
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नौ मरीजों को मिल सकेगा जीवनदान, एक दिन में ग्यारह लाख से अधिक की राशि स्वीकृत
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