रतलाम, 25 मई(खबरबाबा.काम)। शहर में एक सप्ताह के दौरान हुए दो सनसनीखेज गोलिकांड के मामलों का पुलिस ने पर्दाफाश कर दिया है। पुलिस ने दोनों गोलीकांड में शामिल तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस के अनुसार घुरकर देखने और मामूली कहासूनी में आरोपियों ने रंजिश निकालने के लिए गोलीकांड की वारदात को अंजाम दिया। पुलिस आरोपियों का रिमांड लेकर उनसे और पुछताछ कर रही है।
शुक्रवार दोपहर को पुलिस नियंत्रण कक्ष पर एसपी अमित सिंह, एएसपी डा. राजेश सहाय, प्रदीप शर्मा ने मामले का पर्दाफाश किया। एसपी अमित सिंह ने बताया कि शहर में 14 मई और 20 मई को दो स्थानों पर गोली चली थी। पहले मामले में 14 मई की मध्य रात्री को उंकाला रोड पर एस्सार पेट्रोल पम्प के पास फरियादी राहील पर दो अज्ञात व्यक्तियो द्वारा गोली चलाई गई थी । वह गोली राहील के घुटने के उपर छुती हुई निकल गई थी । इस मामले में पुलिस ने अज्ञात आरोपियों के खिलाफ धारा 307 के तहत प्रकरण दर्ज कर तलाश शुरु की थी। उक्त घटना के 06 दिन बाद 20 मई की रात को पुन: पूणेश्वर मंदिर रोड श्रीमाली वास क्षैत्र में फरियादी इलियास पर गोली चलने की घटना हुई थी। यहां फायर खाली जाने पर किसी को भी चोंट नही लगी थी। त्यौहार का समय होने के कारण एक के बाद एक हुई इन दोनों घटनाओं ने पुलिस को भी चिंतित कर दिया। एसपी अमित सिंह ने इन मामलों को गंभीरता से लिया और एएसपी डा. राजेय सहाय एवं प्रदीप शर्मा के नेतृत्व में मामले के पर्दाफाश के लिए टीम का गठन किया।
तीन आरोपी गिरफ्तार
एसपी अमित सिंह के मागदर्शन में और एएसपी डां. राजेश सहाय के निर्देशन में सीएसपी विवेक सिंह चौहान , स्टेशन रोड थाना प्रभारी अजय प्रकाश सारवान एंव माणक चौक थाना प्रभारी नरेन्द्र यादव की टीम मामले की जांच में जुटी। पुलिस के अनुसार इस दौरान टीम को विश्वसनीय सूचना प्राप्त होने पर टीम ने गोपाल पिता श्रवण 21 साल ,अजय पिता लक्ष्मीनारायण 22 साल एवं ऋषभ पिता प्रकाश चन्द्र 19 साल को पकड़कर पूछताछ की। एसपी अमित सिंह ने बताया कि आरोपियों ने पुछताछ में गोलीकांड की दोनों घटनाएं रंजिशवश घटित करना स्वीकार किया । एसपी श्री सिंह के अनुसार आरोपीगणो द्वारा बताया गया कि फरियादी राहील का चार चक्की चौराहे पर गैरेज था आरोपीगणो का भी उस क्षैत्र मेंं उठना बैठना था । फरियादी द्वारा आरोपीगणो को घूर कर देखने की बात पर पूर्व में कहा सुनी भी हुई थी , वहीं दुसरे मामले में फरियादी इलियास की दुकान की पास वाली गली मे भी आरोपीगणो का आना जाना व उठना बैठना था । आरोपीगणो को ऐसा लगता था कि इलियास द्वारा भी उनको उस जगह पर बैठने के दौरान घूर कर देखा जाता है। इसी बात को लेकर आरोपी फरियादीयो से रंजिश रख रहे थ। आरोपीगणो ने मिलकर दोनो से रंजिश निकालने के लिये प्लान बनाकर गोलीकांड की घटना को अंजाम दिया। एसपी अमित सिंह ने बताया कि उक्त दोनो घटना के खुलासे के दौरान प्रकरण मे 120 बी भादवि की धारा भी बढाई गई।
देशी पिस्टल और बाइक जब्त
एसपी अमित सिंह ने बताया कि गोलीकांड की वारदात को गोपाल और अजय ने अंजाम दिया और जिस मोटर साइकल का उपयोग किया गया वह ऋषभ की है। पुलिस ने आरोपी गोपाल से एक देशी पिस्टल, अजय से दो जिंदा राउंड और ऋषभ से घटना में प्रयुक्त मोटर साइकल जब्त की गई है।
पुलिसकर्मियों को मिला पुरस्कार
गोलीकांड के इन सससनीखेड मामलों का सुलझाने पर आईजी राकेश गुप्ता ने टीम को बीस हजार का पुरस्कार दिया है, वहीं मामले के खुलासे में विशेष भूमिका निभाने पर एसपी अमित सिंह ने आरक्षक योगेनद्र जादौन को पांच हजार का नगद पुरस्कार दिया, वहीं आरक्षक मुकेश चौहान और राहुल जाट को भी पांच हजार का संयुक्त पुरस्कार दिया।
इनकी रही भूमिका
मामले का खुलासा करने में शामिल टीम में थाना प्रभारी स्टेशन रोड अजय प्रकाश सारवान,थाना प्रभारी माणकचौक नरेन्द्र यादव , थाना प्रभारी औद्यौगिक क्षेत्र राजेश सिंह चौहान , उनि मो.अय्यूब खान , एएसआई आईएमखान , प्रआर युसुफ मन्सूरी , सुशील त्यागी, आरक्षक संदीप सिंह चौहान , मुकेश चौहान , ज्ञानेन्द्र, संजय सोनावा , दिनेश जाट , हिमांशु यादव, हिम्मत सिंह, मनीष यादव , योगेन्द्र जादौन, राहुल जाट, धर्मेन्द्र जाट , एंव सायबर सेल के प्रआर मनमोहन एंव आरक्षक रितेश की भूमिका सराहनीय रही।