रतलाम, 12 जून(खबरबाबा.काम)।सामाजिक कार्यकर्ता , राष्ट्रीय संत और आध्यात्मिक गुरु भय्यूजी महाराज ने मंगलवार को खुद को गोली मार ली। उन्हें घायल अवस्था में इंदौर के बॉम्बे हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया, जहां चिकीत्सकों ने उनकी मौत की पुष्टी की। खुदकुशी के कारण का पता नहीं चल सका है। भय्यूजी ने पहली पत्नी की मौत के बाद पिछले साल ही दूसरी शादी की थी।
अस्पताल में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात है। अभी पता नहीं चल सका है कि भय्यूजी ने यह कदम किन परिस्थितियों में उठाया। बता दें कि भय्यूजी राजनीति में गहरी पैठ रखते थे। हाल ही में शिवराज सरकार ने उन्हें राज्यमंत्री का दर्जा भी दिया था । हालांकि उन्होंने मध्य प्रदेश सरकार के इस प्रस्ताव को स्वीकार नहीं किया था। उन्होंने कहा था कि संतों के लिए पद का महत्व नहीं होता। उन्होंने कहा था कि हमारे लिए लोगों की सेवा का महत्व है।
भय्यूजी महाराज को राजनीतिक रूप से ताकतवर संतों में गिना जाता था। उनका असली नाम उदयसिंह देशमुख था । उनका नाम तब चर्चा में आया था, जब भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन के दौरान भूख हड़ताल पर बैठे अन्ना हजारे को मनाने के लिए यूपीए सरकार ने उनसे संपर्क किया था।