रतलाम, 7 जून(खबरबाबा.काम)। कलेक्टर श्रीमती रूचिका चौहान ने आयुष्मान भारत योजना, मुख्यमंत्री प्रसूति सेवा सहायता योजना, दस्तक अभियान, मलेरिया नियंत्रण कार्यक्रम की तैयारियों की समीक्षा कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में की तथा आवश्यक निर्देश दिये।
बैठक में बताया गया कि सामाजिक, आर्थिक, जातीय सर्वेक्षण 2011 की सूची अनुसार परिवार में जुडने वाले नये सदस्यों का पंजीयन तथा सर्वे संबंधी प्रक्रिया कर ली गई है। योजना में चिन्हित परिवारों के सदस्यों को वित्तीय वर्ष में 5 लाख रूपये तक का बीमा सुरक्षा कवच प्रदान किया जायेगा। योजना में डाटा इन्ट्री की प्रक्रिया की जा रही है। कलेक्टर ने योजना की अत्यंत धीमी प्रगति पर असंतोष व्यक्त करते हुये चिकित्सा अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिये।
मुख्यमंत्री प्रसूति सेवा सहायता योजना की जानकारी देते हुये सीएमएचओ ने बताया कि योजना में असंगठित कर्मकार के रूप में पंजीकृत महिलाओं को प्रथम एवं द्वितीय प्रसव के मामलों में प्रथम प्रसव पर रूपए 13000 तथा द्वितीय प्रसव पर कुल 16000 रूपये की राशि हितग्राहियों के खाते में दी जाना है। इसके लिये हितग्राहियों की पहचान कर सूचीकरण कर लिया गया है कलेक्टर ने कहा कि हितग्राही महिलाओं को 13 जून को मुख्यालय पर रहने वाली महिलाओं को मुख्यालय पर ही तथा आसपास के क्षेत्रों की महिलाओं के परिजनों को प्रतिकात्मक रूप से शत-प्रतिशत लाभ वितरण किया जाना सुनिश्चित करें तथा महिलाओं की सूची पंचायत विभाग को पूर्व से भेजकर साझा कर ली जाये।
दस्तक अभियान की जानकारी देते हुये बताया गया कि दस्तक अभियान 14 जून से प्रारंभ होकर 31 जुलाई तक आयोजित किया जायेगा। इसमें 0 से 05 वर्ष के बच्चों को 11 प्रकार की सेवायें कार्यकर्ताओं द्वारा घर-घर जाकर दी जायेंगी। इसमें 0 से 05 वर्ष के गंभीर अनिमिया वाले नवजातों की पहचान प्रबंधन रेफरल, निमोनिया, दस्त रोग हेतु ओआरएस एवं जींक, गंभीर कुपोषित बच्चों की पहचान, जन्मजात विकृतियां, विटामिन ए अनुपुरूण, टीकाकरण, बाल आहार पूर्ति, एनआरसी, एसएनसीयू के डिस्चार्ज बच्चे, बाल मृत्यु की जानकारी आदि से संबंधित गतिविधियां मुख्य रूप से की जायेगीं। कलेक्टर ने स्पष्ट किया कि गंभीर अनीमिया वाले बच्चों को ब्लड ट्रांसफ्यूजन किया जाये तथा एनआरसी में बच्चों को सभी आवश्यक संदर्भ सेवायें प्रदान की जायें।
मलेरिया नियंत्रण कार्यक्रम के अंतर्गत मलेरिया सलाहकार प्रमोद प्रजापति ने बताया जिले में जून माह मलेरिया निरोधक माह के रूप में मनाया जा रहा है। जिसके अंतर्गत जिले के 147 गांव संवेदनशील ग्राम के रूप में चिन्हित किये गये हैं। इन ग्रामों में दवाईयों के छिडकाव की गतिविधियां कराकर मलेरिया नियंत्रण किया जायेगा। जिले में मच्छरदानियां भी प्रदान की जायेगी, पानी ठहरनें वाले स्थानों में लार्वाभक्षी, गम्बूशिया मछली छोडी जायेगी। कलेक्टर ने नगरपालिका के अमले को आवश्यकतानुसार सहयोग उपलब्ध कराने के निर्देश दिये।
बैठक में मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत सोमेश मिश्रा, ईईपीएचई, के.पी. वर्मा, नगरनिगम के स्वास्थ्य अधिकारी श्री सिंह,न्यूट्रिन्यंट इंटरनेशनल के आशीष पुरोहित, युनीसेफ के अमित शर्मा, डीपीएम डॉ. विरेन्द्र रधुवंशी, डॉ. दीप व्यास, विभिन्न बीएमओं, बीपीएम तथा अन्य अधिकारी कर्मचारी आदि उपस्थित रहे।
————–