रतलाम,1सितम्बर(खबरबाबा.काम)। राष्ट्र संत श्री तरुणसागर जी महाराज के देवलोकगमन के समाचार से देश का संत समुदाय भी गहरे शोक में डूब गया है। धार मध्यप्रदेश में चातुर्मास हेतु विराजित मालव केशरी मुनिराज हितेशचंद्र विजय जी म.सा. एवं मुनि श्री दिव्यचन्द्रविजय जी म.सा. ने क्रांतिकारी संत तरुणसागरजी म.सा. को देश की अपूरणीय क्षति बताते हुए अपनी भावांजलि अर्पित की है ।
मुनि श्री हितेशचंद्रजी म.सा. ने संत श्री के प्रति अपनी भावांजलि व्यक्त करते हुए कहा है कि अपनी मधुर वाणी के साथ कड़वे प्रवचन के माध्यम से पूरे देश तथा समाज के प्रत्येक वर्ग में ख्याति अर्जित करने वाले परम श्रध्देय संतश्री ने गांव गांव और शहर शहर में अपनी वाणी से जन जागरण का अनुपम कार्य किया है जिसे सदियों तक नही भुलाया जा सकता है ।मुनि श्री ने कहा कि सन 2018 में एक ऐसा संयोग ही है कि पहले अटलजी को इस देश ने खोया, स्थानकवासी समुदाय के महान संत रूप मुनि जी का महाप्रयाण हुआ और आज तरुणसागरजी महाराज महाप्रयाण पर चले गए ।इन तीनो का जाना देश और समाज के लिए अपूरणीय क्षति है । मुनिश्री तरुणसागरजी महाराज ने अपने जीवन के अंतिम पड़ाव में इलाज को त्यागकर समाता और समाधि में लीन होकर जीवन की अंतिम साधना की है ऐसी महान आत्मा को सम्पूर्ण मुनि मंडल हृदय से भावांजलि अर्पित करता है ।