नई दिल्ली, 3मई। चक्रवाती तूफान ‘फानी’ ओडिशा के पुरी तट से टकराया गया है. इस तूफान के बीच हवाएं 150 किमी. प्रति घंटा की रफ्तार से भी तेज चल रही हैं, पेड़-झोपड़ियां सब उड़ रहे हैं. राज्य सरकार और केंद्रीय गृह मंत्रालय की तरफ से सुरक्षा के इंतजाम बढ़ा दिए गए हैं.
बंगाल की खाड़ी से आ रहा तूफान फानी तेजी से पुरी के समुद्री तट से टकरा गया है. एहतियात के तौर पर 10 लाख से भी अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है. इलाके की बिजली, नेटवर्क सब गुल हो चुके हैं.
सुरक्षा एजेंसियां मुस्तैद हैं
फानी से निपटने के लिए एनडीआरएफ के जवान मुस्तैद हैं. राहत और बचाव के लिए ओडिशा, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, अंडमान, झारखंड और केरल में NDRF की कई टीमें लगाई गई हैं. कई राज्यों की NDRF टीमों को अलर्ट पर रखा गया है, जिसे खतरे से निपटने के लिए जरूरत के हिसाब से तुरंत प्रभावित इलाकों में भेजा जा सके.
इन जिलों में सबसे ज्यादा खतरा
नौसेना ने भी अपनी ओर से मुकम्मल इंतजाम किए हैं. फानी तूफान से ओडिशा के 14 जिलों के प्रभावित होने की आशंका है. इसमें पुरी, जगतसिंहपुर, केंद्रपारा, बालासोर, भदरक, गंजम,खुर्दा, जाजपुर, नयागढ़, कटक, गाजापटी, मयूरभंज, ढेंकानाल और कियोंझार शामिल हैं.
गुरुवार शाम से ही ओडिशा के समुद्री तटों के पास तेज बारिश हो रही है. जिसको देखते हुए हजारों लोगों के लिए कैंप बनाए गए हैं, इन कैंप में लोगों के रहने और खाने की व्यवस्था की गई है. राज्य सरकार और बचाव एजेंसियों की कोशिश है कि जल्द से जल्द समुद्री तट के किनारे रहने वाले लोगों को बचाव वाले इलाके में लाया जाए. ताकि नुकसान को कम से कम किया जा सके.
(साभार-आज तक)