नई दिल्ली,1अक्टूबर2022। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के सीनियर नेता दिग्विजय सिंह अध्यक्ष पद की रेस से बाहर हो गए हैं. उन्होंने शुक्रवार को ही चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया गया था. दिग्विजय ने कहा था कि वो मल्लिकार्जुन खड़गे के प्रस्तावक बनेंगे. इसके बाद अब उन्होंने रहीम दास का एक दोहा ट्वीट किया है.
दिग्विजय सिंह ने ट्वीट कर लिखा, ‘चाह गई चिंता मिटी, मनुआ बे परवाह, जाके कछु नहीं चाहिए, वे शाहन के शाह’. इस दोहे का अर्थ होता है, जिन्हें कुछ नहीं चाहिए वो राजाओं के राजा हैं क्योंकि उन्हें ना तो किसी चीज की चाह है, ना ही चिंता और मन तो बिल्कुल बेपरवाह है.
बता दें राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने गुरुवार को चुनाव नहीं लड़ने की घोषणा की थी. इसके बाद दिग्विजय सिंह ने चुनाव लड़ने की इच्छा जाहिर करते हुए नामांकन पत्र के 10 ‘सेट’ लिए थे. हालांकि दिग्विज सिंह आखिरी समय में पीछे हट गए और मल्लिकार्जुन खड़गे के समर्थन का ऐलान कर दिया.
दिग्विजय सिंह ने शुक्रवार को अध्यक्ष पद चुनाव के लिए नामंकन के आखिरी दिन कहा, ‘‘ खड़गे जी मेरे नेता व मेरे वरिष्ठ हैं. मैंने कल उनसे पूछा था कि क्या वह चुनाव लड़ना चाहते हैं. उन्होंने इनकार कर दिया था. मैंने आज फिर उनसे मुलाकात की. मैंने उनसे कहा कि अगर वह चुनाव लड़ेंगे तो मैं उनका पूरा समर्थन करूंगा. मैं उनके खिलाफ चुनाव लड़ने की सोच भी नहीं सकता. वह नामांकन दाखिल करेंगे और मैं उनका प्रस्तावक बनूंगा.’’
‘मैं कुछ चीजों पर कोई समझौता नहीं कर सकता’
दिग्विजय सिंह ने कहा, ‘‘ मैं जिंदगी में कुछ चीजों पर कोई समझौता नहीं कर सकता. मैं दलित, आदिवासी और अन्य पिछड़े वर्ग से जुड़े मुद्दों पर कोई समझौता नहीं कर सकता. मैं सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने वालों के साथ कोई समझौता नहीं कर सकता और गांधी परिवार के साथ अपनी प्रतिबद्धता से कोई समझौता नहीं करता.’’
खड़गे,थरूर, त्रिपाठी ने दाखिल किया नामांकन
गौरतलब है कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने शुक्रवार को अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए नामांकन दाखिल किया. उनके अलावा शशि थरूर और केएन त्रिपाठी ने नामांकन पत्र दाखिल किया है. वैसे खड़गे की जीत तय मानी जा रही है. बताया जा रहा है कि उन्हें गांधी परिवार का समर्थन हासिल है.