रतलाम,25दिसम्बर(खबरबाबा.काम)। सिखों के धर्मगुरुओं ने पंथ तथा हिंदू धर्म की रक्षा के लिए अपनी शहादत दी है। उनके द्वारा किए गए कार्य मानवता तथा सभी धर्मों के कल्याण के लिए किए गए हैं जो अनुकरणीय हैं। सिखों की शहादत को कभी भुला नहीं जा सकता।
यह बात श्री गुरु तेग बहादुर शैक्षणिक विकास समिति द्वारा अरविंद मार्ग स्थित गुरु तेग बहादुर एकेडमी में सफर ए शहादत कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि नगर विधायक चेतन्य काश्यप ने कही। उन्होंने कहा कि सिख समाज का इतिहास बलिदानों से भरा हुआ है। उनके गुरुओं के सभी कार्य मानवता की रक्षा के लिए किए गए हैं ।
समिति अध्यक्ष सरदार गुरनाम सिंह ने कहा कि सिखों के दसवें गुरु गोविंद सिंह जी के चार साहिबजादे की शहादत को वीर बाल दिवस के रूप में मनाया जा रहा है । गुरु साहब के साहबजादे अजीत सिंह व जुझार सिंह की शहादत चमकोर युद्ध लड़ते हुए हुई। वहीं बाबा जोरावर सिंह और बाबा फतेह सिंह की शहादत वजीर खान द्वारा जिंदा दीवार में चिनवा दिए जाने से हुई । उन्होंने कहा कि बाबा मोती राम मेहरा तथा राजा टोडरमल की सेवा को भी सिख समाज कभी नहीं भूल सकता। सिखों के धर्मगुरुओं ने मुगलों से वीरता पूर्वक लोहा लिया तथा कभी हार स्वीकार नहीं की ।
इससे पूर्व ज्ञानी मान सिंह जी ने अरदास की तथा विधायक कश्यप ने सफर ए शहादत” प्रदर्शनी का शुभारंभ किया। विधायक श्री काश्यप का सबका स्वागत समिति अध्यक्ष सरदार गुरनाम सिंह डंग ,उपाध्यक्ष हरजीत चावला सचिव अजीत छाबड़ा ,सह सचिव हरजीत सलूजा ,कोषाध्यक्ष देवेंद्र वाधवा, प्रवक्ता सुरेंद्र भामरा प्राचार्य डॉ रेखा शास्त्री आदि ने किया । इस अवसर पर एकेडमी परिसर में लगाई गई प्रदर्शनी का सैकड़ों नागरिकों ने अवलोकन किया तथा चार साहिब जादे की शहादत के बारे में जानकारी हासिल की। इस अवसर पर दूध का प्रसाद भी नागरिकों को बांटा गया। स्कूल प्राचार्य अवनीश पांडे, प्रधानाध्यापिका सरला महेश्वरी ,सुनीता तोमर सहित समाज जन व नागरिक मौजूद थे ।