(सौरभ कोठारी)
रतलाम,6जनवरी(खबरबाबा.काम)। किसी भी जिले या क्षेत्र की कानून व्यवस्था की स्थिति उस क्षेत्र में घटित होने वाले अपराधों को देखकर पता चलती है। वर्ष 2022 को बीते अभी 6 दिन हुए हैं। ऐसे में पिछला वर्ष जिले में अपराधों के लिहाज से कैसा रहा यह जानना जरूरी है।
वर्ष 2022 का पुलिस रिकॉर्ड देखे तो पुलिस ने बदमाशों में कानून व्यवस्था का डर पैदा करने के लिए सख्त कार्रवाई भी की है लेकिन इसके बावजूद कुछ अपराधों में बढ़ोतरी हुई है। सबसे खास बात यह है कि भू माफियाओं के खिलाफ पिछले वर्ष सर्वाधिक कार्रवाई की गई है और करोड़ों रुपए की जमीन को भूमाफिया से मुक्त कराया गया है। हत्या और दुष्कर्म जैसे मामले कम हुए हैं। इसके बीच चिंता की बात यह भी है कि वर्ष 2020 से 3 वर्षों में तुलनात्मक रूप से हत्या के प्रयास ,लूट, डकैती, चेन लूट, चोरी, वाहन चोरी और उपद्रव के मामलों में बढ़ोतरी भी दर्ज की गई है।
76 भू -माफियाओं पर कार्रवाई
वर्ष 2022 में रतलाम पुलिस ने शासकीय जमीनों को भू माफियाओं से मुक्त कराने के लिए सर्वाधिक कार्रवाई की है। 76 कार्रवाई करते हुए पुलिस ने 143.02 एकड़ जमीन को मुक्त कराया है। जिसकी कुल कीमत 19 करोड़ रुपए से अधिक है। वर्ष 2021 में पुलिस ने 17 कार्रवाई करते हुए 15 करोड़ से अधिक मूल्य की 93 एकड़ जमीन को मुक्त कराया था। 2020 में मात्र 9 कार्रवाई करते हुए 7 करोड़ से अधिक मूल्य की 12.50 एकड़ जमीन को भूमाफिया से मुक्त कराया गया था।
हत्या और दुष्कर्म के मामले हुए कम
वर्ष 2020 से 3 वर्षों के तुलनात्मक आंकड़े देखें तो जिले में हत्या और दुष्कर्म जैसे मामलों में कमी आई है। वर्ष 2022 में जहां जिले में हत्या के 32 मामले दर्ज हुए हैं। वहीं 2021 में 34 मामले दर्ज हुए थे। 2020 में हत्या के 30 मामले दर्ज किए गए थे। जिले में दुष्कर्म के मामलों में भी कमी दर्ज की गई है। 2022 में 172 मामले दर्ज किए गए हैं जबकि 2021 में 182 मामले दर्ज किए गए थे। 2020 में 168 मामले दर्ज किए गए थे।
हत्या के प्रयास, लूट, चोरी सहित यह मामले बढ़े
जिले में 3 वर्षों के तुलनात्मक आंकड़ों को देखा जाए तो कुछ गंभीर तरह की वारदातों में वृद्धि भी हुई है। वर्ष 2022 में हत्या के प्रयास के मामले बढ़े हैं। डकैती के तीन मामले दर्ज किए गए हैं। जो 2021 के बराबर है। डकैती के प्रयास के 4 मामले दर्ज किए गए हैं, जो 2020 और 2021 में 1-1 थे। जिले में वर्ष 2022 में लूट की वारदातों में भी वृद्धि दर्ज की गई है। जिले में लूट के 20 मामले दर्ज हुए हैं ,जो वर्ष 2021 और 2020 में 11-11 थे। जिले में चेन लूट के मामले भी बड़े हैं। 2022 में चेन लूट के तीन मामले दर्ज किए गए हैं। अपहरण की बात की जाए तो इसके मामले भी जिले में बढ़े हैं। 2022 में अपहरण के 272 मामले हुए हैं। जबकि 2021 में 205 और 2020 में 153 मामले दर्ज किए गए थे। घरों में चोरी की वारदातों में भी वृद्धि हुई है। वर्ष 2022 में चोरी के 180 मामले दर्ज हुए हैं, जबकि 2021 में 150 मामले दर्ज किए गए थे। वाहन चोरी के मामले बहुत ज्यादा देखने में आए हैं। 31 दिसंबर 2022 तक वाहन चोरी के 301 मामले दर्ज किए गए हैं। जिले में उपद्रव के मामले भी बढ़े हैं। 2022 में 36 मामले दर्ज किए गए हैं, जबकि 2021 में 29 मामले दर्ज किए गए थे।
पुलिस द्वारा की गई प्रतिबंधात्मक कार्रवाई
कानून व्यवस्था की स्थिति को लेकर पुलिस द्वारा भी वर्ष 2022 में अच्छी कार्रवाई की गई है। पिछले वर्ष सर्वाधिक 231 बदमाशों को उनके अपराधिक रिकार्ड के हिसाब जिला बदर किया गया है। 2021 में 109 और 2020 में 110 लोगों को जिला बदर किया गया था। वर्ष 2022 में एनएसए के तहत 6 कार्रवाई की गई है। वर्ष 2022 में जुआ एक्ट के 195 और सट्टा एक्ट के 308 मामले दर्ज किए गए हैं। अवैध शराब के मामलों में भी पुलिस ने अच्छी कार्रवाई की है। वर्ष 2022 में अभी तक की सर्वाधिक 2356 कार्रवाई पुलिस ने की है। वर्ष 2022 में जिले में पुलिस ने 107/116 और 110 की कार्रवाई पिछले वर्षों की तुलना में ज्यादा की है।
इनका कहना है
अपराधों की प्रतिमाह समीक्षा कर पुलिस कार्रवाई कर रही है। अपराधों पर नियंत्रण के हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। बदमाशों के खिलाफ प्रतिबंधात्मक कार्रवाई की जा रही है। चोरी, लूट एवं अन्य गंभीर मामलों में नियंत्रण एवं आरोपियों को पकड़ने के लिए भी पुलिस पूरी गंभीरता से प्रयास कर रही है।
-अभिषेक तिवारी ,एसपी रतलाम
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