रतलाम,6फरवरी(खबरबाबा.काम)। प्रदेश के चिकित्सक चाहे वह शासकीय हो या निजी, सरकार की नीतियों से असंतुष्ट हैं। हमारी मांगों पर अभी तक कोई ध्यान नहीं दिया गया है। मांगे नहीं मानने पर संविधान ने जो अधिकार दिए उसके अंतर्गत विरोध का हर तरीका अपनाएंगे। आंदोलन और हड़ताल भी करेंगे।
यह बात चिकित्सक संपर्क यात्रा के मुख्य संयोजक डॉक्टर राकेश मालवीय एवं संयोजक डॉ सुनील अग्रवाल, डॉक्टर माधव हासानी और डॉक्टर गजेंद्र कौशल ने सोमवार को रतलाम के शासकीय मेडिकल कॉलेज में आयोजित प्रेस वार्ता में कही। मुख्य संयोजक डॉक्टर राकेश मालवीय ने पत्रकारों से चर्चा में बताया कि प्रदेश में चिकित्सकों के कुल 7 संगठन है। अभी तक चिकित्सकों की मांगों पर सरकार द्वारा कोई ध्यान नहीं दिया गया है। इसी को देखते हुए सातों संगठन अपनी मांगों को मनवाने के लिए शासकीय/ स्वशासी चिकित्सक महासंघ मध्य प्रदेश के बैनर तले चिकित्सक संपर्क यात्रा निकाल रहे हैं। यात्रा 27 जनवरी को ग्वालियर से शुरू हुई थी, जो प्रदेश के अलग-अलग जिलों से होती हुई आज रतलाम पहुंची है। यहां से उज्जैन एवं कुछ अन्य जिलों में होती हुई यात्रा भोपाल पहुंचेगी ,जहां कल 7 फरवरी को यात्रा का समापन होगा।यात्रा के मुख्य संयोजक डॉक्टर मालवीय ने बताया कि यात्रा के दौरान कुल 8 हजार चिकित्सकों से संपर्क होगा।
सरकार की नीतियों से असंतुष्ट
पत्रकार वार्ता में डा. मालवीय ने बताया कि चिकित्सक शासन की नीतियों से असंतुष्ट हैं। हमारी मांग है कि चिकित्सकों से संबंधित किसी भी तरह की नीतियां बनाने से पहले चिकित्सकों से संपर्क किया जाए और उन्हें इसमें शामिल किया जाए। उन्होंने कहा कि चिकित्सकों की मांगों को लेकर हमने पहले भी कई आवेदन दिए हैं लेकिन उन पर कोई ध्यान नहीं दिया गया। डॉक्टर मालवीय के अनुसार हमारी मुख्य मांग अस्पतालों और मेडिकल कॉलेजों में चिकित्सकों के खाली पदों को भरने की है। उन्होंने कहा कि आमतौर पर अस्पतालों में व्यवस्था बिगड़ने पर दोष चिकित्सक के ऊपर डाल दिया जाता है लेकिन कोई यह नहीं देखता कि चिकित्सक अपना कार्य ईमानदारी से कर रहा है। दोष व्यवस्था और संसाधनों की कमी का है। उन्होंने कहा कि संसाधनों के नाम पर सिर्फ इमारतें खड़ी की जा रही है लेकिन उसमें चिकित्सक एवं अन्य संसाधनों का अभाव है। पत्रकार वार्ता के दौरान यात्रा संयोजक ने कहा कि यात्रा के दौरान भी 2 फरवरी को हमें बात करने बुलाया गया था लेकिन उसका भी कोई निष्कर्ष नहीं निकला है। यदि हमारी मांगे नहीं मानी गई तो हमें आंदोलन और हड़ताल का भी रास्ता अपनाना होगा। पत्रकार वार्ता के दौरान डॉ भरत निनामा और डा. एपी सिंह भी मौजूद रहे।
रतलाम में निकली रैली
रतलाम पहुंची चिकित्सक संपर्क यात्रा में पहले शासकीय मेडिकल कॉलेज में चिकित्सकों के साथ यात्रा संयोजकों ने चर्चा की। इसके बाद शहर में एक रैली भी निकाली गई।