रतलाम,12मार्च(खबरबाबा.काम)। सिविक सेंटर के प्लाटों की रजिस्ट्री के मामले में नगरीय विकास एवं आवास विभाग ने कार्रवाई करते हुए रतलाम नगर निगम आयुक्त अखिलेश गहरवार को निलंबित कर दिया है। सूत्रों के अनुसार यह कार्रवाई रतलाम के तत्कालीन कलेक्टर भास्कर लाक्षाकार के जांच प्रतिवेदन के आधार पर की गई है। दो दिन पूर्व नगर निगम सम्मेलन में सत्ता पक्ष के पार्षदों ने भी इस मामले को लेकर आरोप लगाए थे, विपक्ष ने भी पक्ष का समर्थन किया था। जिसके बाद निगम अध्यक्ष ने रजिस्ट्रियों को निरस्त करवाने का निर्णय किया था। आयुक्त ने सत्ता पक्ष के पार्षदों को उनके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने का भी चेलेंज दे दिया था।
शहर के सिविक सेंटर के 22 प्लाटों की रजिस्ट्री के मामले में शिकायत और आरोपों के बाद नगरीय आवास एवं विकास मंत्रालय ने नगर निगम आयुक्त के खिलाफ कार्रवाई कर दी है। प्लाटों की रजिस्ट्री में भ्रष्टाचार के आरोपो को लेकर तत्कालीन कलेक्टर भास्कर लाक्षाकार को भी शिकायतें हुई थी। सूत्र बताते हैं कि तत्कालीन कलेक्टर श्री लाक्षाकार ने शिकायत पर जांच कर अपना प्रतिवेदन 2 दिन पूर्व भोपाल भेज दिया था। जांच प्रतिवेदन के आधार पर विभाग द्वारा आयुक्त के निलंबन की कार्रवाई की गई है।
आदेश में कहा गया- प्रथम दृष्टया कूट रचित तरीके से संपादित की गई रजिस्ट्रियां
विभाग द्वारा जारी आदेश में कहा गया कि कुछ समय से रतलाम नगर निगम में गंभीर अनियमिताओं की शिकायते प्रकाश में आ रही है। जांच प्रतिवेदन अनुसार रतलाम में सिविक सेंटर की 22 प्लाटों की रजिस्ट्री विगत समय में कर दी गई है। इस संबंध में एम आई सी या परिषद से सक्षम अनुमति प्राप्त नहीं की गई। इससे प्रथम दृष्टया यह प्रतीत होता है कि प्लाटो की रजिस्ट्री की करवाई अधिकारियों एवं क्रेता के मध्य कुटचित तरीके से की गई है। जांच प्रतिवेदन में अन्य कई गंभीर अनियमितताएं भी परीक्षित होती है।
आयुक्त नगरीय प्रशासन के प्रतिवेदन के आधार पर इस मामले में रतलाम नगर निगम आयुक्त अखिलेश गहरवार को निलंबित किया गया है।
परिषद में भी हुआ था हंगामा
सिविक सेंटर के प्लाटों की रजिस्ट्री में भ्रष्टाचार के आरोप को लेकर नगर निगम सम्मेलन में भी सत्ता पक्ष के पार्षदों ने हंगामा किया था। विपक्ष ने भी इसमें सत्ता पक्ष का साथ दिया था। इस मामले में पक्ष और विपक्ष की मांग पर निगम अध्यक्ष मनीषा मनोज शर्मा द्वारा प्लाटों की रजिस्ट्री निरस्त करवाने की कार्रवाई का निर्णय लिया गया था।
सत्ता पक्ष के पार्षदों को दिया था अविश्वास प्रस्ताव लाने का चेलेंज
सम्मेलन के दौरान पार्षदों ने आयुक्त के व्यवहार और कार्य प्रणाली को लेकर भी आरोप लगाए थे। सत्ता पक्ष के पार्षदों द्वारा कार्रवाई की मांग पर जहां महापौर आयुक्त के बचाव में नजर आए थे, वहीं आयुक्त ने भी जवाब मांगे जाने पर सत्ता पक्ष के पार्षदों को उनके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने का चैलेंज दे दिया था।
नगरीय प्रशासन मंत्री के जाते ही जारी हुआ आदेश
आयुक्त के निलंबन की कार्रवाई को लेकर मंगलवार सुबह से चर्चाओ का बाजार गर्म था। दोपहर तक आदेश नहीं आने पर आदेश रूकने की चर्चाएं भी चलने लगी थी। इधर नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय मंगलवार दोपहर को रतलाम आए, जहां आयुक्त श्री गहरवार ने उनका स्वागत भी किया। नगरीय प्रशासन मंत्री श्री विजयवर्गीय के रतलाम से नीमच के लिए रवाना होने के कुछ देर बाद ही निलंबन का आदेश जारी हो गया।