रतलाम,24दिसम्बर(खबरबाबा.काम)। शहर के कपड़ा व्यापारी पवन कुमार शैतानमल कासवां सांसारिक मोह त्याग कर संयम की ओर इतनी जल्दी अग्रसर हो गए कि परसों 26 दिसंबर को हाटपिल्या में आचार्य भगवंत उमेशमुनिजी म.सा. ‘अणु’ के दिव्य आशीर्वाद से धर्मदास गणनायक, प्रवर्तकश्री जिनेन्द्रमुनिजी म.सा. से दीक्षा अंगीकार करेंगे। उनके साथ हाटपिपल्या के प्रांशुक कांठेड़ और थांदला के प्रियांश लोढ़ा भी दीक्षा लेंगे।
सांसारिक मोह त्याग रहे मुमुक्षु भाई पवन कुमार कासवां ने दीक्षा ग्रहण करने के लिए आज सुबह अपने निवास स्थान गौशालारोड से विदाई लेकर हाटपिपल्या के लिए रवाना हो गए। उनको रतलाम से विदाई देने के लिए परिजनों के अलावा रिश्तेदार, समाजजन के आसपास मोहल्ले के नागरिक बड़ी संख्या में मौजूद रहे। मुमुक्षु भाई कांसवा ने सभी मौजूद लोगों से क्षमायाचना करते हुए दीक्षा महोत्सव के लिए रवाना हो गए। इससे पहले मुमुक्षु कासवां अपने नाते-रिश्तेदार और मोहल्ले के लोगों से मिलकर सांसारिक जीवन में हुई गलती के लिए क्षमायाचना करने पहुंचे तब लोगों ने आत्मीयता के साथ उनकी अगवानी कर बहुमान कर दीक्षा ग्रहण कर उनके भावना की भावभरी अनुमोदना की ।
बता दें कि रतलाम के गौरव, विरक्तमना, मुमुक्षु भाई पवनजी कासवां स्वाध्यायी भी रहे हैं और चातुर्मास काल में कई जगह पर प्रवचन देने भी गए ।वहीं रतलाम धर्मदास जैन श्रीसंघ में प्रवक्ता के रूप में भी आपने अपनी सेवा प्रदान की। आत्मा का कल्याण करने के लिए संसार को असार समझते हुए अचानक ही उन्होंने सांसारिक जीवन छोडऩे का मन बनाया और खुशी-खुशी दीक्षा अंगीकार करने का निश्चय कर लिया।
रतलाम के पुखराजबाई- शैतानमल कासवां के पुत्र और ललिता कासवां के धर्मसहायक मुमुक्षु पवन भाई कासवां हाटपिपल्या में प्रवर्तकश्री जिनेन्द्रमुनिजी म.सा. से दीक्षित होकर संयम पथ पर आरुढ़ होंगे।
मुमुक्षु पवनजी कासवां, वैराग्यवासित प्रांशुक कांठेड़ और प्रियांश लोढ़ा की दीक्षा के लिए हाटपिपल्या में आगामी 26 दिसंबर को होने वाली दीक्षा महोत्सव के लिए तीन दिवसीय महोत्सव की शुरुआत आज 24 दिसंबर से हो गई। आज वहां दोपहर को संयम का चॉक और संयम की हल्दी, संयम की मेहंदी के साथ रक्षाबंधन का कार्यक्रम तथा शाम को चौबीसी होगी।
25 दिसंबर को तीन दीक्षार्थी भाइयों की विशाल वर्षीदान यात्रा निकलेगी। इसी दिन शाम को दीक्षार्थियों का अभिनंदन एवं विदाई समारोह और शाम को संगीतकार और भजन गायक अनीश भाई राठौर (जैन) मुंबई भक्ति एवं विदाई गीत की सुंदर प्रस्तुति देंगे। 26 दिसंबर को दीक्षा का खास समारोह होगा। सुबह 7.30 बजे महाभिनिष्क्रमण यात्रा निकलेगी जो दीक्षा महोत्सव पांडाल में पहुंचेगी जहां प्रवर्तकश्री जिनेन्द्रमुनिजी म.सा. तीनों दीक्षार्थी भाइयों को दीक्षा ग्रहण करवाएंगे। इस महोत्सव के साक्षी बनने के लिए हजारों की संख्या में श्रावक-श्राविक दूूरदराज से हाटपिपल्या पहुंच रहे है।