रतलाम,28दिसम्बर(खबरबाबा.काम)। शहर के दीनदयाल नगर थाना क्षेत्र में मंगलवार सुबह एक महिला ने जाकर उसके पति की मौत की सूचना दी। पुलिस ने मर्ग कायम कर मामले की जांच शुरू की तो 24 घंटे में ही मामले का खुलासा कर दिया। पुलिस जांच में पत्नी ही पति की हत्या की आरोपी निकली।
बुधवार शाम को पुलिस अधीक्षक कार्यालय में आयोजित पत्रकार वार्ता में एएसपी सुनील पाटीदार ने पूरे मामले की विस्तार से जानकारी दी। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री पाटीदार के अनुसार थाना दीनदयाल नगर रतलाम में मंगलवार 27 दिसंबर को ग्राम सिमलापाडा से फरियादी संतोष बाई पति प्रमेश सिंगाड ने आकर सूचना दी कि उसके पति प्रमेश सिंगाड 26 दिसंबर सोमवार को रात करिब 2.00 बजे ट्रेक्टर चलाकर घर वापस आया। वह खुन से लथपथ था। मृतक की पत्नी ने पुलिस को बताया कि उसने जब पति से पूछा कि क्या हो गया तो पति बोला कि कल बताऊंगा और वह पिछले कमरे मे लेट गया। सुबह उठकर पत्नी ने जब चाय पानी के लिये पुछा तो पति नही उठा। हाथ लगाकर देखा तो उनके शरीर मे कोई हलचल नही हो रही थी। मेरे पति मर चुके थे। महिला की सूचना पर दीनदयाल नगर थाना रतलाम पर मर्ग पंजीबध्द किया गया।
पत्नी द्वारा ही हत्या करने का हुआ खुलासा
प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए जघन्य हत्याकांड के आरोपियों की तत्काल गिरफ्तारी हेतु पुलिस अधीक्षक रतलाम अभिषेक तिवारी द्वारा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुनिल कुमार पाटीदार के मार्गदर्शन में एक टीम का गठन किया गया। टीम द्वारा घटना स्थल के आसपास से भौतिक साक्ष्यों का संकलन किया गया एंव एफएसएल अधिकारी द्वारा घटना स्थल का निरीक्षण किया गया। मृतक का पी.एम. करवाया गया। स्वतंत्र साक्षियों व मृतक के परिवार जनो आदि से पूछताछ की गई। पुलिस जांच में सामने आया कि मृतक प्रमेश सिंगाड का अपनी पत्नी संतोषबाई से शराब के नशे में गाली गलोच कर विवाद करने के दौरान संतोषबाई द्वारा लोहे की रॉड से मृतक प्रमेश के साथ मारपीट की गई। जिससे मृतक प्रमेश को गंभीर चोट लगने व अत्यधिक रक्त स्राव के कारण उसकी मृत्यु हो गई। मृतक की पत्नी द्वारा हत्या करना पाया जाने से आरोपिया संतोषबाई से पुछताछ करने पर उसके द्वारा भी हत्या करना स्वीकार करने पर विधिवत गिरफ्तारी की गई। तथा घटना में प्रयुक्त लोहे की रॉड (टॉमी) जप्त किया गया है।
सराहनीय भूमिका-
दीनदयाल नगर थाना प्रभारी के साथ उनि मुकेश सस्तिया, उनि. जितेन्द्रसिंह कनेश, उनि. शांतिलाल चौहान, उनि निशा चौबे, सउनि. पी. एस. अलावे, प्र. आर. जयेन्द्रसिंह राठौर, प्र. आर. नवीन पटेल, प्र. आर. अर्चना बाथरी, आर. रोशन राठौर, आर. अजीत सिंह, आर. नरेन्द्र मुनिया, आर. अशोक यादव, आर. देवीसिंह, एवं सायबर सेल से आरक्षक विपुल भावसार, आरक्षक मयंक व्यास, आरक्षक राणा प्रताप ,सै. शादाब खान की मुख्य भुमिका रही ।