रतलाम,4जून(खबरबाबा.काम)। पुण्य सम्राट श्रीमद विजय जयंत सेन सुरीश्वर जी म.सा. के पट्टधर गच्छाधिपति श्रीमद् विजय नित्यसेन सुरीश्वर जी म.सा.आचार्य श्रीमद् विजय जयरत्न सुरीश्वर जी म.सा. के आज्ञानुवर्ती वरिष्ठ मुनिराज श्री वीररत्न विजय जी म.सा., श्री संयमरत्न विजय जी म.सा. एवं श्री भुवन रत्न विजय जी म.सा. आदि ठाणा 3 का विहार के दौरान रविवार को रतलाम मे पदार्पण हुआ।
वरघोड़ा प्रातः 9:00 बजे सो.वृ.तपागच्छ राजेन्द्र सूरी त्रिस्तुतिक श्रीसंघ का भूखंड क्रमांक 43 भरावा की कुई रतलाम से प्रारंभ होकर मोती पूज्य जी मंदिर, चोमूखी पुल, गणेश देवरी, डालू मोदी बाजार, खैरादी वास,होते हुए नीमवाला उपाश्रय में पहुंचा जहां पर धर्म सभा हुई।
उपस्थित समाज जन को संबोधित करते हुए मुनि भगवंत ने फरमाया कि हमारे जीवन की कोठरी में लालच, ईर्ष्या, घृणा, जलन, रूपी इतने जाले जम गए हैं की धर्म रूपी वाणी हम जीवन में उतार ही नहीं पा रहे हैं, जीवन में जब धर्म ही नहीं होगा तो हम मोक्ष की ओर कैसे बढ़ेंगे।
धर्म सभा पश्चात श्री संघ एवं परिषद परिवार द्वारा पूज्य मुनि भगवनतो को कामली औड़ाई गई। कार्यक्रम में श्री संघ अध्यक्ष राजेंद्र लुणावत, नव युवक परिषद के अध्यक्ष (पार्षद ) धर्मेंद्र रांका, महिला परिषद सचिव श्रीमती रीना आचलिया , तरुण परिषद अध्यक्ष भूपेश कटारिया, एवं वरिष्ठ श्रावक सुजानमल सोनी, राजेंद्र सुराणा, राजेश पगारिया, निर्मल कटारिया, सतीश खेड़ावाला, कमलेश भंडारी, सुरेंद्र गंग, राजेश खाबिया, पंकज राठौड़, शांतिलाल मालक, उपेंद्र कोठारी, शेखर गोचा, प्रोफेसर विजय कुमार जैन, मणिलाल सुराणा, अमित अग्रवाल, संजय बाफना, रितेश बाफना, अक्षय बोराणा, शेखर भण्डारी, विनोद घोचा, अभिषेक कर्नावट, दिनेश जैन, कांतिलाल सागरमल मूणत, श्रेणीक सकलेचा, संजय राठौर,आनंदीलाल बोराणा एवं भारी संख्या मे समाज जन उपस्थित रहे |