रतलाम,10सितम्बर(खबरबाबा.काम)। श्री गुरु तेग बहादुर शैक्षणिक विकास समिति द्वारा अरविंद मार्ग स्थित खालसा सभागृह में समिति द्वारा संचालित श्री गुरु तेग बहादुर पब्लिक स्कूल व श्री गुरु तेग बहादुर एकेडमी का शिक्षक सम्मान समारोह महापौर प्रहलाद पटेल, पद्मश्री डॉ लीला जोशी के आतिथ्य में आयोजित किया गया।
कार्यक्रम के प्रारंभ में अतिथियों, समिति अध्यक्ष सरदार गुरनाम सिंह डंग, सचिव अजीत छाबड़ा ने मां सरस्वती व श्री गुरु तेग बहादुर जी के चित्र पर माल्यार्पण कर दीप प्रज्वलन किया। शिक्षकों ने मां सरस्वती वंदना तथा शबद प्रस्तुत किया।
अतिथियों का स्वागत अध्यक्ष सरदार गुरनाम सिंह, उपाध्यक्ष हरजीत चावला ,सचिव अजीत छाबड़ा, कोषाध्यक्ष देवेंद्र वाधवा, सहसचिव हरजीत सलूजा, प्रवक्ता सुरेंद्र सिंह भामरा, सदस्य सतपाल सिंह डंग, धर्मेंद्र गुरु दत्ता,जसपाल सिंह सलूजा, प्राचार्य डॉ रेखा शास्त्री, मेघा वैष्णव आदि ने किया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए अध्यक्ष डंग ने कहा कि समिति द्वारा संचालित तीन विद्यालयों के शिक्षकों को उनके श्रेष्ठ कार्यों हेतु सम्मानित किया जाता है। श्रेष्ठ शिक्षक ही उनके स्कूल का आधार स्तंभ है, जिनकी वजह से जिले के बच्चों को अच्छी शिक्षा दी जा रही है।
महापौर पटेल ने कहा कि भगवान श्री राम, श्रीकृष्ण सभी को गुरु से ज्ञान मिला था। बच्चों की पहली गुरु मां होती है। पद्मश्री डॉ जोशी ने कहा कि वर्तमान सोशल मीडिया के युग में माता-पिता के साथ-साथ शिक्षकों की जिम्मेदारी बढ़ गई है। व्यक्ति का आचरण उसकी अभिव्यक्ति में नजर आता है ।
कार्यक्रम को फोन के माध्यम से इंदौर महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने संबोधित करते हुए कहा कि शिक्षक के हाथ में प्रलय व निर्माण दोनों में महत्वपूर्ण भूमिका रहती है। भारत को विश्व गुरु बनाने में शिक्षकों का अभूतपूर्व योगदान है ।
इस अवसर पर अतिथियों ने एकेडमी प्राचार्य डॉ रेखा शास्त्री, पब्लिक स्कुल प्राचार्य मेघा वैष्णव, प्रधानाध्यापिका सरला महेश्वरी, सुनीता तोमर, मनीष ठक्कर, बस इंचार्ज सुरेश जाजोरिया, वरिष्ठ लिपिक सुनंदा पंडित, राहुल कुमार सहित विद्यालय के 450 से अधिक शिक्षकों ,ऑफिस स्टाफ, बस स्टाफ ,सफाई मित्रों का सम्मान किया।
कार्यक्रम में शिक्षकों ने विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किये । इस अवसर पर पद्मश्री डॉ लीला जोशी व महापौर प्रहलाद पटेल का समिति ने शाल श्रीफल प्रदान कर सम्मान किया। संचालन सीमा भाटी ने तथा आभार अजीत छाबड़ा ने माना ।