PM Narendra Modi WIll Launch 5G: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज सुबह 10 बजे नई दिल्ली के प्रगति मैदान में 5जी (5G) सेवाओं की लॉन्चिंग (5G Launch) करेंगे. यह भारत के लिए खास पल होगा और देश टेक्नोलॉजी के एक नए युग में प्रवेश कर जाएगा.
यह लॉन्चिंग भारतीय मोबाइल सम्मेलन (IMC) के छठे संस्करण में होगी, जिसका उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे. इस बार आईएमसी 2022 का आयोजन आज से 4 अक्टूबर तक किया जाएगा और इसका विषय “न्यू डिजिटल यूनिवर्स” रहेगा.
5जी से कैसे बदलेगा भारत
भारत पर 5जी का कुल आर्थिक प्रभाव 2035 तक 450 अरब अमेरिकी डॉलर तक होने का अनुमान है. 4जी की तुलना में 5जी नेटवर्क (5G Network) कई गुना तेज गति देता है और बाधा रहित संपर्क मुहैया कराता है. साथ ही अरबों जुड़े डिवाइसों को वास्तविक समय में डेटा साझा करने में सक्षम बनाता है.
देश की अबतक की सबसे बड़ी दूरसंचार स्पेक्ट्रम की नीलामी में रिकॉर्ड 1.5 लाख करोड़ रुपये की बोलियां प्राप्त हुई थीं. इसमें उद्योगपति मुकेश अंबानी की जियो ने 87,946.93 करोड़ रुपये की बोली के साथ बेचे गए सभी स्पेक्ट्रम (Spectrum) का लगभग आधा हिस्सा हासिल किया है.
भारत के सबसे धनी व्यक्ति गौतम अडाणी के समूह ने 400 मेगाहर्ट्ज के लिए 211.86 करोड़ रुपये की बोली लगाई थी. इसका इस्तेमाल हालांकि, सार्वजनिक टेलीफोन सेवाओं के लिए नहीं किया जाता है. वहीं, दूरसंचार क्षेत्र के दिग्गज सुनील भारती मित्तल की भारती एयरटेल ने 43,039.63 करोड़ रुपये की सफल बोली लगाई, जबकि वोडाफोन-आइडिया ने 18,786.25 करोड़ रुपये में स्पेक्ट्रम खरीदा है.
बदल जाएगी लोगों की जिंदगी
दूरसंचार कंपनियों के जल्द से जल्द 5जी सेवा चालू करने की तैयारियों में जुटने से भारत आने वाले वक्त में बेहतर डेटा स्पीड और रुकावट मुक्त वीडियो के लिए तैयार हो रहा है. इन सेवाओं के आने के बाद लोगों को स्मार्ट एंबुलेंस से लेकर क्लाउड गेमिंग तक सब कुछ मिलेगा. यहां तक कि खरीदारी के दौरान ग्राहकों को एकदम नए तरह के अनुभव भी हो सकते हैं.
पांचवीं पीढ़ी यानी 5जी दूरसंचार सेवाओं के जरिये कुछ ही सेकंड में मोबाइल और अन्य उपकरणों पर उच्च-गुणवत्ता वाले लंबी अवधि के वीडियो या फिल्म को डाउनलोड किया जा सकता है. यह एक वर्ग किलोमीटर में करीब एक लाख संचार उपकरणों को समर्थन करेगा. यह सेवा सुपरफास्ट स्पीड (4जी से लगभग 10 गुना तेज), संपर्क में होने वाली देरी में कटौती और अरबों संबद्ध उपकरणों को वास्तविक समय में डेटा साझा करने में सक्षम बनाती है. इसके जरिये 3डी होलोग्राम कॉलिंग, मेटावर्स अनुभव और शैक्षिक अनुप्रयोगों को नए सिरे से परिभाषित किया जा सकता है.