ज्योतिष, 11फरवरी 2020/सूर्य देव 13 फरवरी को अपने पुत्र शनि की दूसरी राशि कुंभ में प्रवेश करेंगे. कुंभ राशि में सूर्य का यह गोचर दोपहर 2 बजकर 53 मिनट पर होगा. सूर्य के कुंभ में प्रवेश करते ही सभी राशियों पर अच्छे-बुरे असर दिखने लगेंगे. कर्क और कुंभ राशि के जातकों के लिए इस गोचर को बेहद अशुभ माना जा रहा है. आइए जानते हैं सूर्य के कुंभ राशि में गोचर का सभी राशि के जातकों पर कैसा प्रभाव डालने वाला है.
मेष राशि-
इस गोचर के प्रभाव से आपकी आमदनी में जबरदस्त बढ़ोतरी होगी और लाभ के कई मार्ग आपको दिखाई देने लगेंगे. ऑफिस में बॉस भी आपसे खुश रहेंगे और इसकी वजह से आपको कुछ अच्छी सुख सुविधाएं भी प्राप्त होंगी. यदि आप कोई व्यापार करते हैं तो इस दौरान उसमें भी मुनाफे के योग बनेंगे. आप अपने शत्रुओं के मुकाबले मजबूत रहेंगे, इसलिए उनकी ओर से आपको कोई परेशानी नहीं होगी.
वृषभ राशि-
सूर्य में के कुंभ राशि में जाने के बाद आपको मान-सम्मान के साथ-साथ कार्य क्षेत्र में बढ़ोतरी होगी. पदोन्नति और सैलरी में वृद्धि के संकेत भी दिखाई दे रहे हैं. जो लोग सरकारी नौकरी करते हैं, उन्हें इस दौरान जबरदस्त लाभ होने की संभावना बनेगी. पारिवारिक जीवन काफी अच्छा रहेगा. व्यापार के दृष्टिकोण से भी यह समय लाभदायक रहेगा.
मिथुन राशि-
मिथुन राशि के जातकों की समाज में स्थिति बेहतर होगी और आपका सामाजिक स्तर ऊंचा होगा. आपको धन और धान्य का लाभ होगा और कार्यों में सफलता के चलते आपका आत्मविश्वास सातवें आसमान पर होगा. सरकारी क्षेत्र से उत्तम लाभ के योग बनेंगे और कुछ लोगों को, जिनकी कुंडली में अनुकूल दशा हो, सरकारी नौकरी मिलने की भी संभावना बनेगी.
कर्क राशि-
सूर्य देव आपकी राशि के लिए दूसरे भाव के स्वामी हैं और इस गोचर के समय में वे आपके अष्टम भाव में प्रवेश करेंगे. यह भाव अचानक से होने वाली घटनाओं के लिए भी जाना जाता है. सूर्य देव के इस भाव में गोचर करने से आपको मिले जुले परिणाम प्राप्त होंगे जिसमें एक ओर आपको कोई पैतृक संपत्ति प्राप्त होने की संभावना बनेगी. वहीं, दूसरी ओर आपके पिताजी का स्वास्थ्य भी इस दौरान काफी खराब हो सकता है, इसलिए आपको उनके स्वास्थ्य का भी ध्यान रखना होगा. इसके अलावा कोई पुराना राज बाहर आ सकता है, जिसका असर आपकी छवि पर पड़ेगा.
सिंह राशि-
सूर्य देव आपकी राशि के स्वामी हैं इसलिए सूर्य देव का गोचर आपके लिए विशेष प्रभाव लेकर आएगा. इस गोचर का असर मुख्य रूप से आपके स्वास्थ्य, आपके व्यक्तित्व और आपके दांपत्य जीवन तथा अन्य गतिविधियों पर पड़ेगा. इस दौरान दांपत्य जीवन में कुछ समस्याएं आ सकती हैं. वहीं व्यापार करने वाले लोगों के लिए यह गोचर अनुकूल फल लेकर आएगा और आपके व्यापार में सफलता के योग बनेंगे. समाज में आपको प्रसिद्धि भी मिल सकती है.
कन्या राशि-
कन्या राशि के जातकों के लिए सूर्य देव बारहवें भाव के स्वामी होते हैं और इस गोचर के दौरान आपके छठे भाव में जाएंगे. आमतौर पर छठे भाव में सूर्य का गोचर अनुकूल परिणाम देता है. आपके खर्चों में सामंजस्य आएगा. आर्थिक स्थिति भी मजबूत होने लगेगी. स्वास्थ्य को लेकर इस दौरान थोड़ी सी सावधानी बरतना बेहतर होगा. जो लोग प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं उनके लिए यह काल अत्यंत शुभ होने की ओर संकेत दे रहा है.
तुला राशि-
तुला राशि के जातकों की कुंडली में सूर्य देव ग्यारहवें भाव के स्वामी होते हैं और इसलिए लाभ प्रदान करने वाले ग्रह हैं. आपको आर्थिक तौर पर मजबूती प्रदान करेंगे. शासन पक्ष से आपको लाभ मिलेगा और सरकारी क्षेत्र में काम कर रहे लोगों के लिए भी यह गोचर अनुकूलता लेकर आएगा. प्रेम जीवन को लेकर यह गोचर अधिक अनुकूल नहीं है, इसलिए आपको इस दौरान विशेष ध्यान रखना होगा क्योंकि जरा सी बात आपका रिश्ता खराब कर सकती है.
वृश्चिक राशि-
वृश्चिक राशि के जातकों के लिए सूर्य देव उनके दशम भाव के स्वामी हैं, अर्थात आपके कर्म के स्वामी. आपको परिवार में विशेष तनाव का सामना करना पड़ सकता है. कार्यक्षेत्र में आप पूरा फोकस रखकर अपना काम करेंगे. आपका मान-सम्मान भी बढ़ेगा और ऑफिस में आपके साथ काम करने वाले लोग आपको अच्छे नजरिए से देखेंगे. इस दौरान सरकारी क्षेत्र से वाहन या घर का लाभ होने की संभावना बन सकती है यदि आपकी कुंडली में अनुकूल दशा चल रही हो तो.
धनु राशि-
आपके लिए सूर्य देव राशि के स्वामी बृहस्पति के मित्र भी हैं और आपके भाग्य के स्वामी भी हैं. इस गोचर से आपके संबंध अच्छे लोगों से बनेंगे. आपके भाग्य में बढ़ोतरी होगी. इस दौरान आप तीर्थ यात्रा पर भी जा सकते हैं. आपके साहस और पराक्रम में बढ़ोतरी भी होगी और आप लगभग सभी कार्यों को खुद करना पसंद करेंगे.
मकर राशि-
शनिदेव के आधिपत्य वाली मकर राशि के लिए सूर्य देव अष्टम भाव के स्वामी हैं. सूर्य देव के इस गोचर में वे आपके दूसरे भाव में प्रवेश करेंगे, जिसकी वजह से स्वास्थ्य संबंधित परेशानियां उत्पन्न हो सकती हैं. अचानक से धन प्राप्ति हो सकती है. कुछ अच्छे नतीजे भी प्राप्त होंगे. इस अवधि में कुछ लोगों को ऐसा धन प्राप्त हो सकता है, जो किसी सरकारी आदेश से रुका हुआ था. कुटुंब में किसी बात को लेकर चर्चा का विषय गर्म बहस में तब्दील हो सकता है.
कुंभ राशि-
आपकी राशि के लिए सूर्य देव सातवें भाव के स्वामी हैं जोकि एक मारक स्थान भी है. इस गोचर का असर नकारात्मक रूप से हो सकता है क्योंकि क्रोध की अधिकता से रिश्तों में तल्खियों बढ़ सकती हैं. इसलिए आपको थोड़ा सा ध्यान रखना चाहिए. व्यापार के सिलसिले में इस गोचर से आप थोड़ी बहुत उम्मीद कर सकते हैं. स्वास्थ्य अवश्य ही कमजोर रह सकता है, इसलिए उसके प्रति सावधानी बरतना अपेक्षित होगा.
मीन राशि-
मीन राशि के स्वामी बृहस्पति के परम मित्र सूर्य देव आपकी राशि के लिए छठे भाव के स्वामी होकर अपने इस गोचर काल में आपके बारहवें भाव में विराजमान होंगे. बारहवां भाव हानि भाव और खर्चों का भाव भी कहलाता है, इसलिए सूर्य देव के इस गोचर काल में आपके खर्चों में बढ़ोतरी हो सकती है. नौकरी के सिलसिले में किए गए प्रयास सार्थक होंगे और आपको कार्यस्थल पर उत्तम प्रदर्शन करने में सहायता मिलेगी.
(साभार-आज तक)