रतलाम,12जनवरी(खबरबाबा.काम)। शातिर ठगोरे ने रतलाम निवासी बिल्डिंग मटेरियल व्यापारी को एसबीआई के नाम से लिंक भेजकर धोखे से चालीस हजार रुपए निकाल लिए। अगले दिन व्यापारी ने फोन पे पर भुगतान करना चाहा तो बैलेंस जीरो पाया। बैंक खाता देखने पर बैंक से रुपए निकाले जाने की जानकारी मिलने पर इसकी शिकायत उज्जैन जिले की पुलिस और सायबर क्राइम बैंच सेल को की है।
धोखाधड़ी रतलाम के काटजूनगर रहवासी चिराग सुभाषचन्द्र जैन के साथ हुई है। चिराग जैन का खाचरौद में नाकोड़ा इंटरप्राइजेस के नाम से बिल्डिंग मटेरियल का व्यापार है। व्यापारी चिराग जैन ने बताया कि उनका चालू खाता एसबीआई बैंक में है। वे अपना बैंक खाता ऑन लाइन भी चलाते है। 8 जनवरी को उनके मोबाइल पर मैसेज आया जिसमें बताया कि आपका यूनो खाता जानकारी के अभाव में ब्लॉक कर दिया जाएगा।
जैन ने बताया कि खाता बंद ना हो इस कारण उन्होंने मोबाइल पर स्टेंट बैंक के नाम से आए मैसेज के साथ भेजी गई लिंक जब खोली तो उसमें उन्हें उनके और उनकी दुकान के नाम की जानकारी मिली जिससे उन्हें यकीं हो गया कि लिंक बैंक से ही आई है तो वे भेजी गई लिंक पर पेन कार्ड नंबर और जन्मदिनांक डाली तभी एक ओटीपी आया। वह ओटीपी भी उन्होनें डालकर अपनी जानकारी शेयर कर जैसे ही सबमिट करने लगे लेकिन सबमिट नहीं हुआ। इसी बीच जो ओटीपी आया तो वे समझे कि जानकारी भेजे जाने का ओटीपी आया है जबकि वह ओटोपी असल में खाते से रुपए निकाले जाने का था जो उन्हें पता नहीं चल पाया और अज्ञात व्यक्ति उनके खाते से ऑन लाइन रुपए निकाल लिए।
जैन ने बताया कि जानकारी सबमिट न होने की दशा में उन्होंने दो बार ओटीपी को रिसेंट किया और दोनों ही बार में उनके खाते से रुपए निकाल लिए गए एक बार में 25 हजार और दूसरी बार पन्द्रह हजार निकाले लेकिन फिर भी उन्हें अपने साथ हुई धोखाधड़ी का आभास नहीं हो पाया। पता अगले दिन उस समय चला जब फोन पे पर भुगतान करना चाहा तो खाते में महज चौबीस रुपए पाए। अपने बैंक खाते की जानकारी देखने पर रुपए निकाले जाने का पता चला। बाद में इसकी सूचना संबंधित बैंक को देने के साथ खाचरौद थाना प्रभारी और उज्जैन जिले की सायबर सेल क्राईम ब्रांच को लिखित में जानकारी देकर आईएमपीएस के जरिये रुपए ट्रांसफार्मर कर धोखाधड़ी किए जाने की शिकायत की है।
चिराग जैन ने बताया कि उनके साथ हुई ऑन धोखाधड़ी के समय ही चार अन्य लोगों के साथ भी धोखाधड़ी हुई है। जानकारी मिली है कि इस दरम्यान धोखेबाज ने तीन-चार लोगों के साथ तकरीबन साढ़े तीन से चार लाख रुपए की धोखाधड़ी की है। बहरहाल, पुलिस की सायबर ने इस मामले में जांच पड़ताल शुरू कर दी है।